लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में यह कहा कि अब से पुलिस भर्ती प्रतिक्रिया में बदलाव जरूर होगा। पहले तो पुलिस में भर्ती मेरिट से होते थे लेकिन योगी सरकार लिखित परिक्षा से पुलिस को भर्ती करेंगे। योग्यता का मूल्यांकन बिलकुल सही तरीके से होगा। सरकार ने पांच वर्षों में डेढ़ लाख आरक्षी को भर्ती करने का वादा किया है और 30 हजार आरक्षी और 2 हजार दारोगा को भर्ती भी करेगी सरकार।
सरकार ने यह साफ कर दिया है कि जाति और लिंग पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। पिछली सरकार की बनाई नियमावली के अधार पर सिपाही को भर्ती में अभ्यर्थियों का चयन दसवीं और 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर नियम बनाए गए थे। भर्ती प्रक्रिया में किसी भी तरह का साक्षात्कार खत्म कर दिया गया था।
दसवीं बोर्ड परीक्षा के आधार पर अधिकतम 100 अंक और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के आधार पर अधिकतम 200 अंक दिए जाने तथा इस प्रकार अधिकतम 300 अंकों के आधार पर श्रेष्ठता सूची बनाने की नियमावली बनी थी। श्रेष्ठताक्रम के आधार पर 15 गुना अभ्यर्थियों को शारीरिक परीक्षा देनी होगी और दसवीं एवं 12वीं के तीन सौ अंक और दौड़ के 200 अंक यानी कुल पूर्णांक 500 में अंक प्राप्त करने होंगे।