मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले के आरोपी प्रवीण यादव ने आज सुबह अपने घर में पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली।
गौरतलब है कि वर्ष 2008 में प्रवीण यादव का चिकित्सा महाविद्यालय में MBBS की पढ़ाई के लिए चयन हुआ था जो आरोपी प्रवीण यादव मुरैना जिले का रहने वाला था वह PMT 2008-09 में सिलेक्ट हुआ था। 2012 में विशेष जांच दल (STF) ने उसे आरोपी बनाया था। इसका मामला कोर्ट में चल रहा था। वो भिंड से लगातार जबलपुर हाईकोर्ट में पेशी पर जाता था।
इसके साथ ही CBI लगातार उससे पूछताछ कर रही थी और भोपाल बार-बार बयान लेने के लिए बुलाया जाता था। व्यापमं मामले में फंसने के बाद वो कोई रोजगार और व्यवसाय नहीं कर पा रहा था और डिप्रेशन में रहने लगा था। आपको बता दें कि गुरुवार को उसकी जबलपुर हाईकोर्ट में पेशी होनी थी।
वही पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह का कहना है कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महाराजपुर गांव में रहने वाले प्रवीण ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। वह व्यापम घोटाले में आरोपी था और गुरुवार को उसकी हाईकोर्ट में पेशी थी और शायद पेशी के तनाव के चलते उसने यह कदम उठाया। पुलिस अधीक्षक सिंह का कहना है कि आरोपी ने मरने से पहले कोई सुसाइड नोट भी नहीं छोड़ा है। पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है ।
परिवार वालों का कहना है कि प्रवीण पढ़ने में अच्छा था और अपनी योग्यता से उसका व्यापमं में चयन हुआ था । लेकिन उसे बेवजह व्यापम में झूठा फंसाया गया । जिससे वह लगातार परेशान रहता था । वह बार-बार बयान देते-देते परेशान हो चुका था । उसके पास कोई रोजगार नहीं था । इसी के चलते उसने यह कदम उठाया है ।
व्यापम घोटाले की वर्तमान में CBI जांच कर रही है । इससे पहले STF और SIT जांच कर चुके है। जांच के दौरान 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।