कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है । बता दे कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर सरकार पर हमले जारी रखते हुए आज कहा कि उनकी पार्टी गब्बर सिंह टैक्स थोपने नहीं देगी। राहुल का यह बयान जीएसटी परिषद की गुवाहाटी में हुई बैठक के मद्देनजर आया है जिसमें यह निर्णय लिया गया कि आम जरूरत की वस्तुओं पर कर की दर को कम किया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया और कहा कि हम भाजपा को भारत में गब्बर सिंह टैक्स नहीं लगाने देंगे। वे लघु और मध्यम उद्योगों की कमर नहीं तोड़ सकते, अनऔपचारिक सेक्टरों को तबाह नहीं कर सकते और लाखों नौकरियों को नष्ट नहीं कर सकते। उन्होंने देश को उचित सामान्य कर देने की सलाह सरकार को दी। उन्होंने कहा कि सरकार को देश का वक्त केवल बातों में बर्बाद नहीं करना चाहिए।
राहुल ने ट्वीट किया और कहा कि अपनी अक्षमता को स्वीकार कीजिए, आक्रमकता त्यागिए और भारत की जनता की बात को सुनिए। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह एक देश एक कर नहीं हो सकता अगर 40 से 45 प्रतिशत तक वस्तु अथवा सेवा को इसके दायरे से बाहर रखा गया हो।
कांग्रेस प्रवक्ता सिंघवी ने जीएसटी परिषद की बैठक के समय पर प्रश्न उठाया और कहा कि यह बैठक गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले की गई है। गुजरात में नौ और 14 दिसंबर को दो चरणों में चुनाव होने हैं। सिंघवी ने प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा केन्द, ने पहले सोचे बिना जीएसटी लागू कर दिया।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री और उनकी सरकार पहले गोली दागती है, फिर वे लक्ष्य साधते हैं और उसके बाद सोचते हैं। फिर चाहे वह नोटबंदी का मामला हो या जीएसटी का,और ठीक यही जीएसटी के साथ हो रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जीएसटी की श्रेष्ठ अवधारणा को विकृत किया गया। उन्होंने सरकार पर वास्तविक चिंताओं को दूर नहीं करने का आरोप लगाया। सिंघवी ने कहा, गड़बडय़रों को ( दूर करने के लिए) आक्रमता की बजाए उचित दिमाग लगाने की जरूरत है। जीएसटी परिषद में च्यूइंगम से लेकर डिटजे’ट तक में कर की दर को वर्तमान के 28 प्रतिशत से घटा कर 18 प्रतिशत तक करने का निर्णय लिया गया है।