अयोध्या : अयोध्या को नगर निगम घोषित होने के दूसरे दिन ही उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विवादित धर्मस्थल में प्रतिष्ठापित ‘रामलला’ के दर्शन कर इस धार्मिक नगरी के चौमुखी विकास करवाने का संकल्प लिया। दर्शन करने के बाद श्री शर्मा ने बताया कि उन्होंने रामलला का दर्शन कर क्षेत्र केे चौमुखी विकास और सुखसमृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि अयोध्या की रेल और सडक यातायात से कनेक्टीविटी बढाने के साथ ही हवाई जहाज की सेवा भी शुरू की जायेगी। रामलला का दर्शन करने के बाद उन्होंने हनुमानगढी में हनुमान जी के भी दर्शन किये।
श्री शर्मा ने कहा कि कुछ लोग उनके विवादित रामजन्मभूमि के दर्शन पर आपत्ति कर रहे हैं। ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि भगवान राम करोडों लोगों की आस्था के केन्द, हैं। वह भी श्रीराम के प्रति आस्था रखते हैं। आपत्ति करने वालों को पता होना चाहिए कि बाबर आक्रांता था और 500 साल पहले उसी ने रामलला के मंदिर को तोडवाया था। मुगल शासक ने बडे पैमाने पर धर्मांतरण भी करवाये थे।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में देश-विदेश में तीर्थयात्री आते हैं। इसलिए, योगी आदित्यनाथ की सरकार अयोध्या को पर्यटन केन्द्र बनाने के लिए कृत संकल्प है। इससे नौजवानों को रोजगार मिलेगा। बुनियादी ढांचे में वृद्धि से स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं को भी सुविधायें मिलेंंगी। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि अयोध्या को लेकर बहुत राजनीति हो चुकी है। इसे लेकर अब और राजनीति करने वालों को मुंह की खानी पडेगी।
अब यहां का केवल विकास होगा। उम्मीद है कि संवैधानिक दायरे में राम मंदिर का निर्माण जल्द होगा। उच्चतम न्यायालय ने भी सुलह समझौते से विवाद के निपटारे की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि ऊर्जा मंत्री होने के नाते वह दावे के साथ कह सकते हैं कि अयोध्या में 24 घंटे बिजली रहेगी और मार्ग प्रकाश व्यवस्था को और दुरूस्त किया जायेगा। योगी सरकार अयोध्या, काशी,मथुरा और ङ्क्षवध्याचल समेत सभी धर्मिक स्थलों के विकास के लिए कृतसंकल्प है।
– (वार्ता)