आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर में स्थायी तौर पर शांति स्थापित करने के लिए नया फार्मूला सुझाया है आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सेना यथास्थिति कायम रखने वाली नहीं हो सकती। उसे जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से निपटने के लिए नयी रणनीतियां विकसित करनी होगी। इसके साथ ही सेना प्रमुख यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर में शांति कायम करने के लिए नई रणनीति अपनानी होगी।
आर्मी चीफ जनरल रावत ने बताया कि कुछ स्थानीय युवाओं को कट्टरता के रास्ते पर ले जाने की कोशिश हो रही है, जिस वजह से युवा आतंकी सगंठन ज्वॉइन कर रहे हैं। हाल ही में बिपिन रावत ने कहा था कि कश्मीर में स्कूली शिक्षा में भी बदलाव की जरूरत है, क्योंकि वहां के बच्चों को भारत और कश्मीर के के मैप को अलग-अलग तरीकों से पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में स्थायी शांति के लिए राजनीतिक पहल और सैन्य अभियान साथ साथ चलने चाहिए।
आपको बता दे कि आर्मी चीफ ने आज कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए यह जरूरी है कि राजनीतिक पहल और सैन्य अभियान एक-जूसके का हाथ थाम कर चलें. पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए सेना को और ज्यादा आक्रामक होने की जरूरत है।
आर्मी चीफ ने कहा कि एक साल पहले जब उन्होंने पद संभाला था, उसकी तुलना में आज हालातों बहुत सुधार हुआ है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान पर भारी दबाव बनाने की जरूरत है, जिससे सीमा पार से जारी आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने साफ संकेत दिया कि सेना आतंकवाद से सख्ती से निपटने की अपनी नीति पर चलती रहेगी।
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