श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार प्रदान करने वाले संविधान के एक अनुच्छेद पर छिड़ी बहस के बीच आज राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती विपक्षी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से मिलने पहुंची। नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए कहा, [8220]महबूबा मुफ्ती राज्य की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए जेकेएनसी के अध्यक्ष से आज शाम मिलीं। यह बैठक सौहार्दपूर्ण रही । [8221] उमर ने महबूबा और अब्दुल्ला के बीच हुई बातचीत की विस्तृत जानकारी नहीं दी। फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर से सांसद हैं। हालांकि नेशनल कांफ्रेंस के सूत्रों ने बताया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 35 ए की वैधता के ऊपर पैदा हुई कानूनी चुनौती दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत का मुख्य विषय था।
सूत्रों ने बताया, [8220]मुख्यमंत्री ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों से भारतीय संविधान के भीतर जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेषाधिकार को सुरक्षित बनाए रखने के लिए सहायता मांगी है।[8221] राष्ट्रपति के 1954 के आदेश के जरिए भारतीय संविधान में जोड़ा गया 35 ए अनुच्छेद जम्मू-कश्मीर विधानसभा को राज्य के स्थायी नागरिक की परिभाषा तय करने और उनके विशेषाधिकार को परिभाषित करने का अधिकार देता है। यह अनुच्छेद तब लोगों के चर्चा के केंद, में आ गया जब हाल ही में कश्मीर की दो महिलाएं इसको चुनौती देते हुए इस तर्क के साथ उच्चतम न्यायालय पहुंची कि यह अनुच्छेद उनके बच्चों को बेदखल करता है। हाल ही में एक कार्यक्रम में महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि अगर अनुच्छेद 35 ए के साथ छेड़छाड़ किया जाता है तो कश्मीर में कोई तिरंगा थामनेवाला नहीं होगा।