कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, जिसके बाद कांग्रेस नेताओं के बागी तेवर दिखने लगे हैं। लिस्ट की जारी होते ही कार्यकर्ताओं के बीच हंगामा हो गया और विरोध में प्रदर्शन और रैलियां निकाली गई। कई नेताओं ने तो पार्टी से इस्तीफा देने की भी धमकी दी है। नेताओं ने सीएम सिद्धारमैया पर मनमानी का आरोप लगाया है। वहीं पार्टी कार्यकर्ताअों ने पार्टी कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की। टिकट कटने से नाराज कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को राज्य में जगह-जगह प्रदर्शन किया। वहीं, कांग्रेस नेता रवि कुमार के समर्थकों ने मांड्या स्थित पार्टी के दफ्तर में जमकर तोड़फोड़ की। कांग्रेस दफ्तर में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के हंगामे का वीडियो भी जारी किया गया है।
रवि कुमार के अलावा कांग्रेस नेता बृजेश कलप्पा ने टिकट नहीं मिलने पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। कलप्पा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अपने लिए लॉबिंग करते आ रहे थे। कांग्रेस आलाकमान के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए पार्टी के बागी नेता अपने समर्थकों के साथ चित्तूर, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आवास के बाहर और अन्य जगहों पर विरोध-प्रदर्शन करने में जुटे हैं।इसके अलावा कई जगहों पर हाइवे भी ब्लॉक करने की खबर आई है। वही पार्टी के एक नेता ने कहा कि उनके दो सीटों से चुनाव लड़ने से गलत संकेत जाएगा कि राज्य का राजनीतिक दल अस्थिर है। हालांकि पार्टी में ऐसे अन्य लोग हैं जो विश्वास करते हैं कि सिद्धारमैया ने सूची में एक कथन दिया था।
उनके अनुसार, उनके अधिकांश अनुयायियों को टिकट दिया गया है। हालांकि वह निराश इसलिए भी हैं क्योंकि कुछ पार्टी हॉपर जो उन्हें नापसंद करते हैं उन्हें भी शामिल किया गया है। हाल ही में पार्टी में आठ व्यक्ति शामिल हुए, जो कांग्रेस या जनता दल (एस) के थे, वह सभी चुनाव लड़ रहे हैं। मुस्लिम समुदाय में भी असंतोष है क्योंकि समुदाय के केवल 15 सदस्य ही नामांकित हैं, जबकि पिछली बार उन्नीस मुस्लिम उम्मीदवारों ने पिछले विधानसभा चुनाव में लड़े थे। एक समान संख्या में महिलाएं पार्टी की ओर से सीटें मांगेगी।
पार्टी में एक ऐसा खंड है जो पार्टी नेतृत्व को लेकर इस बात पर गुस्सा है कि उन लोगों को चुना गया है जो पिछली बार चुनाव हारे थे या जिनका प्रदर्शन बहुत बुरा था। मंडी सीट के लिए फिल्म अभिनेता अंबरीश का नाम दोबारा चुना जाना भी आक्रोश का कारण बना हुआ है।दूसरी तरफ सिद्धारमैया ने टिकट बंटवारे को सही ठहराया है। सिद्धारमैया का कहना है कि पार्टी के आंतरिक सर्वे और उनके जीतने की संभावना के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया गया है।
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