लुधियाना-अमृतसर : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब श्री दरबार साहिब के लंगर पर जीएसटी को राज्य के हिस्से की छूट देने की घोषणा का स्वागत करते हुए शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सरकार से मांग की कि राज्य सरकार प्रत्येक गुरू घर से जीएसटी को हमेशा के लिए खत्म करें। शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने कहा कि जब से गुरू घर पर जीएसटी लगी है, तभी से शिरोमणि कमेटी इसको निरंतर हटाने की मांग करती रही है। केंद्र और राज्य सरकार को अपने-अपने हिस्से का जीएसटी हटवाने के लिए एसजीपीसी ने पत्र-व्यवहार किए थे, पंजाब के मुख्यमंत्री ने पंजाब के हिस्से का जीएसटी हटाने का फैसला लिया है।
भाई लौंगोवाल ने इस फैसले की प्रशंसा के साथ-साथ इसे आधा-अधूरा कहा है। उन्होंने कहा कि दरबार साहिब से ही नहीं समस्त गुरूघरों से सरकार को जीएसटी माफ करना चाहिए ताकि गुरू घर की संगत के लिए सेवाएं निंरतर दी जा सकें।
उन्होंने राज्य सरकार से माफ भी की कि गुरूद्वारा साहिबान के लिए अब तक खरीदी गई तमाम वस्तुओं पर लगे जीएसटी की भारी-भरकम रकम शिरोमणि कमेटी को वापिस की जाएं, ताकि संगत का पैसा लोगों की सेवा के लिए लगाया जा सकें। भाई लोगोंवाल ने यह भी बताया कि इस संबंध में जीएसटी कौंसल, भारत के प्रधानमंत्री, वितमंत्री, संसद सदस्यों के अतिरिक्त पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जीएसटी हटाने की मांग की गई थी। मती रही है।
स्मरण रहे कि समस्त मानवता की श्रद्धा और आस्था का प्रतीक सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अमृतसर साहिब, तख्त साहिबान और अन्य गुरूद्वारा साहिबान में लाखों की संख्या में प्रतिदिन संगत नतमस्तक होने उपरांत प्रसादा ग्रहण करती है। पंजाब सरकार ने 2008 में संगत की मांग पर गुरू घर के प्रति सत्कार की भावना के तहत टैक्स खत्म किए थे परंतु जीएसटी लगने से गुरूघर के ऊपर वार्षिक 10 करोड़ से ज्यादा अतिरिक्त बोझ पड़ा है।
– सुनीलराय कामरेड
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