लुधियाना-पठानकोट: दुनिया भर में बच्चों की जान ले रही सुसाइड गेम ब्लू व्हेल का पंजाब में पहला मामला सामने आया है। आर्मी स्कूल में पढ़ रहे प्लस-वन (नान मेडिकल) स्टूडेंट ने ब्लू व्हेल चैलेंज (गेम) के टास्क को पूरा करने के चक्कर में बैड पर स्टूल रख पंखे से लटक कर सुसाइड करने की कोशिश की, लेकिन ऐन वक्त पर परिवार वालों द्वारा देखने पर स्टूडेंट को बचा लिया गया। इससे पहले स्टूडेंटस ने गेम के टास्क वाइज अपनी किताबों को आग लगाकर जला डाली। फिर बाजू की नस काटने की कोशिश की और टास्क वाइज रात के वक्त घर की छत व घर के बाहर घूमा। गेम में टास्क वाइज देर रात नहाना और जागना स्टूडेंटस की आदत बन गई थी।
स्टूडेंटस ने 10 दिनों से स्कूल जाना भी छोड़ दिया। स्टूडेंटस को मानसिक तनाव में देख परिवार वाले सिविल अस्पताल पठानकोट में मनोरोग विशेषज्ञय डा.सोनिया मिश्रा के पास इलाज करवाने पहुंचे, तब जाकर स्टूडेंट द्वारा ब्लू व्हेल चैलेंज गेम के टास्क वाइज शर्तो का खुलासा हुआ। परिवार वालों ने डाक्टर मिश्रा को बताया कि उनका बेटा रात-रात जागता था। उन्होंने सोचा कि बच्चा उनका पढ़ाई कर रहा है लेकिन बेटे को रात-रात जागना, रात के वक्त छत पर चढऩा व रात को घर से बाहर निकल जाने पर उन्हें शक पैदा हुआ और समय रहते उसे बचा लिया गया।
– सुनीलराय कामरेड