बांग्लादेश के दूतावास मंत्री मौसर्रफ हुसैन के प्रयासों से अजमेर के बाल संप्रेशन गृह में बंद ढाका मूल का एक किशोर अब अपने वतन लौट सकेगा।
हुसैन के प्रयासों से राजस्थान पुलिस की गुप्तचर पुलिस जल्द ही किशोर को बांग्लादेश सीमा पर ले जाकर वहां के अधिकारियों को सुपुर्द करेगी।
बाल संप्रेशन गृह अधीक्षक अभिषेक गुजराती के अनुसार बांग्लादेश के दूतावास मंत्री(काउंसिलर) मौसर्रफ हुसैन एवं निजी सहायक साबिर अली ने कल यहां सुभाष नगर स्थित बाल संप्रेशन गृह पुरानी नारीशाला का दौरा किया और वहां बंद बांग्लादेश मूल के ढाका निवासी एक किशोर को मुक्त करा स्वदेश लौटने के रास्ते निकाले।
उन्होंने किशोर के साथ एक घंटे तक बातचीत कर उसके निवास पते की बांग्लादेश स्थित संबंधित थाने से तस्दीक कराई और उसके निवास आदि के प्रमाणों की पुष्टि कराई और जब यह पुष्टि हो गई कि किशोर ढाका का रहने वाला है तो उसे आजाद कराने के रास्ते खोलकर घर वापसी की कार्यवाही अमल में लानी शुरू कर दी गई।
घटना के अनुसार किशोर कोई चार माह पहले अपने तीन चार दोस्तों के साथ भटकता हुआ भारत की सीमा में प्रवेश कर गया और धीरे धीरे भटकते हुए ही अजमेर पहुंच गया। दरगाह थाना क्षेत्र में पुलिस ने 17 मई 2016 को उसे नशा करते पकड़ा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार वह क्षेत्र में नशे का आदि बनकर खानाबदोश जिंदगी व्यतीत कर रहा था। पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद अदालत के आदेश पर किशोर को बाल संप्रेशन गृह भेजा गया। उसके बांग्लादेशी होने तथा किशोरावस्था के कारण बाल कल्याण समिति ने बांग्लादेश दूतावास को सूचित किया। अब दूतावास मंत्री ने किशोर के साथ काउंसिलिंग कर उसकी वस्तु स्थिति को समझा और पते की तस्दीक कराने के बाद उसके वतन लौटने के रास्ते खोल दिए गए।