राजस्थान में सेवारत चिकित्सकों की दो घंटे की हड़ताल के कारण आज पूरे प्रदेश में चिकित्सा सेवाएं बाधित हुयी और मरीज इलाज के लिये परेशान होते रहे। ऑल राजस्थान इन सर्विस डॉक्टर एसोसिऐशन की ओर से आज से शुरू हुयी दो घटों की चिकित्सकों की हड़ताल के कारण आउट डोर के बाहर मरीजों की लम्बी-लम्बी कतारे लग गयी और कई मरीज तो निजी अस्पताल की ओर जाते देखे गये। चिकित्सकों ने इस दौरान प्रदर्शन कर अपना विरोध भी दर्ज कराया।
अजमेर से प्राप्त समाचार के अनुसार संभाग के सबसे बडे जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय पर सभी चिकित्सकों ने दो घंटे की हड़ताल कर अपनी मांगो के समर्थन में विरोध दर्ज कराया।
एसोसिएशन के संभाग उपाध्यक्ष डॉ। आनंद कोटिया के अनुसार चिकित्सकों ने हडताल अवधि आठ बजे से दस बजे तक सामान्य मरीजों को नहीं देखा। अलबत्ता आपातकालीन गंभीर मरीजों को देखकर चिकित्सकीय दायित्व भी निभाया। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों का आंदोलन 29 अगस्त तक जारी रहेगा और सरकार इसे गंभीरता से नहीं लेती है तो 30 अगस्त को सभी डॉक्टर्स सामूहिक अवकाश पर रहेंगे तथा काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे।
डाक्टरों के चिकित्सकीय कार्यों के बहिष्कार के चलते जे.एल.एन। आने वाले मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले में किशनगढ़, पुष्कर, ब्यावर, नसीराबाद, विजयनगर आदि क्षेत्रों में भी डॉक्टरों के दो घंटे हड़ताल पर रहने की सूचना है। इसी तरह राजस्थान के कोटा में भी सेवारत चिकित्सकों के दो घंटे की हडताल के कारण वहां भी आउटडोर के बाहर मरीजों की कतारें देखी गयी।
चिकित्सकों की मांग है कि प्रशासनिक सेवा की तरह मेडिकल कैडर भी गठित कर केंद के सामान वेतन वृद्धि क की जाए, अस्पतालों का संचालन एकल पारी में हो, चिकित्सकों के प्रति बढ़ती मरीजों द्वारा ङ्क्षहसा की घटनाओं पर सुरक्षा के लिए नई नीति बनाई जाए तथा अन्य ऐसी मांगे जो चिकित्सक हितों में लंबे समय से लंबित चल रही है उन्हें भी पूरी की जाए।