राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सर्राफ ने कहा है कि संभाग के सबसे बड़े अजमेर स्थित जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय में पंद्रह दिनों के भीतर चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ की कमी को पूरा कर दिया जाएगा।
सर्राफ ने आज यहां शहर के पंचशील क्षेत्र में 3000 वर्ग मीटर क्षेत्र में पांच करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहे दो मंजिला राजकीय शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद, के भूमिपूजन समारोह के बाद पत्रकारों से कहा कि स्वाइन फ्लू का वायरस अब बदल गया है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है।
मरीज अंतिम समय पर जांच के लिए आते है जिससे उनके स्वास्थ्य लाभ की संभावनाएं कम रह जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अस्पतालों में स्वाइन फ्लू से लडऩे के लिए उपचार की पूरी व्यवस्थाएं है। उन्होंने रोगियों से भी कहा कि वे घबराएं नहीं यह बीमारी लाइलाज नहीं है वे समय पर आकर अपना इलाज कराएं तो बीमारी दूर हो सकती है।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि बनने वाले इस नए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद, पर सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। यह केंद्र आने वाले दिनों में एक छोटे अस्पताल के रूप में पूरी तरह से विकसित होगा जहां सभी तरह के मरीजों का प्रारंभिक तौर पर इलाज संभव हो सकेगा।
इसके बाद सर्राफ यहां से रवाना होकर पंचायत समिति अराई के ग्राम पंचायत भामोलाव पहुंचे जहाँ उन्होंने स्वास्थ्य मिशन योजना अंतर्गत नाबार्ड द्वारा वित्तपोशित राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद, के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। इस भवन की कीमत एक करोड़ 85 लाख रुपए आई है। श्री सर्राफ का सायं चार बजे किशनगढ़ पंचायत समिति के हरमाड़ा में भी चार करोड़ की लागत से बनाए गए राजकीय स्वास्थ्य केंद, के लोकार्पण किए जाने का कार्यक्रम है।