राजस्थान में स्वाइन फ्लू थमने का नाम ही नहीं ले रहा है बता दे की राजस्थान में राज्य प्रशासनिक सेवा के सात अधिकारी भी स्वाइन फ्लू की चपेट में आ गए हैं, इससे सरकार में हड़कंप मच गया है।
स्वाइन फ्लू को लेकर चिकित्सा विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही सामने आई है कि राज्य प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा में भी सक्षम नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार को जयपुर में राजस्थान ऑफिसर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (ओटीएस) में प्रशिक्षण ले रहे 282 अधिकारियों में से 74 प्रशिक्षु आरएएस के सैंपल चिकित्सा विभाग ने लिए जिसमें से सात अधिकारी पॉजिटिव पाए गए, इससे अधिकारियों सहित सरकार में हड़कंप मच गया है। ओटीएस में महिलाकर्मी की आठ दिन पहले बारह दिसम्बर को स्वाइन फ्लू से मौत हो गई थी। यहीं पर सरकार का प्रशासन संभालने के लिए आरएएस अधिकारियों का प्रशिक्षण भी चल रहा है।
चिकित्सा विभाग की लापरवाही यह रही कि ओटीएस की महिलाकर्मी की मौत के आठ दिन बाद ओटीएस में स्क्रीनिंग करवाई जबकि तत्काल होनी चाहिए थी। प्रशिक्षण ले रहे अधिकारियों में से तीन और को स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद कल मंगलवार को चिकित्सा विभाग की टीम ने पहुंचकर सभी का परीक्षण किया जिस वजह से परीक्षा का समय एक घंटा बढ़ना पड़। प्रशिक्षु अधिकारियों में दहशत इस कदर है कि विभाग ने बीस दिसम्बर को ली जाने वाली परीक्षा 18 दिसम्बर को ही करवा ली।
चिकित्सा विभाग की जांच के बाद कई अधिकारी अवकाश पर चले गए। विभाग ने जांच टीम और संपर्क में आने वाले सभी को टेमी फ्लू दी है। ओटीएस में अधिकारियों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव वीनू गुप्ता ने विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर उन्हें डांट पिलाई। उन्होंने स्वाइन फ्लू की रोकथाम के हरसंभव उपाय करने के भी निर्देश दिए।
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