जयपुर, (कासं) : प्रताप नगर थाने में तैनात थानेदार को उसकी धर्म की बेटी ने मंगलवार रात प्रसाद में विषाक्त मिलाकर खिला दिया। थाने में बिगड़ी तबीयत से पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई। आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया जहां समय रहते इलाज से उसकी जान बच गई। थानेदार के पर्चा बयानों के आधार पर युवती से पुलिस पूछताछ कर मामले की गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रही है। वहीं पुलिस खुदकुशी के प्रयास को भी मानकर जांच कर रही है।
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प्रताप नगर एसएचओ मोहम्मद इस्लाम ने बताया कि जहरखुरानी का शिकार सब-इंस्पेक्टर गजेन्द्र फौजदार कई सालों से प्रताप नगर थाने में तैनात है। थानेदार का मंगलवार को उपवास था। रात करीब आठ बजे उसकी धर्म की बेटी बजरंगबली के प्रसाद में लड्डू लेकर थाने पहुंची, जहां गजेन्द्र को प्रसाद खिलाया। प्रसाद खाने के कुछ देर बाद ही गजेन्द्र उल्टियां करते हुए बेहोश हुआ तो पुलिसकमियों के होश उड़ गए। बेहोशी की हालत में निजी अस्पताल पहुंचाया जहां कई घण्टों के इलाज के बाद चिकित्सकों ने मौत के मुंह से निकाल लिया। पुलिस के अनुसार थानेदार की उल्टी और खून के नमूने लिए गए हैं जिनकी एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही जांच की दिशा तय हो सकेगी।
फुटेज से पकड़ी थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों में युवती प्रसाद लाती दिखाई दे रही है। वह रात करीब 8 बजे थाने पहुंची और महज 10 मिनट में ही रवाना हो गई। इसके तुरंत बाद ही गजेन्द्र की तबीयत खराब हो गई। धर्म की बेटी होने के बाद भी थानेदार ने उसके बारे में ठोस जानकारी नहीं दी,मगर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से उसे खोज निकाला। बुधवार को युवती से कई घण्टे तक थाने में पूछताछ हुई मगर उसने प्रसाद में विषाक्त मिलाना स्वीकार नहीं किया। पुलिस का मानना है कि एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि विषाक्त प्रसाद में मिला था या फिर किसी अन्य वस्तु में मिलाकर सेवन किया।
खर्चा बंद करने से थी नाराज
गजेन्द्र ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि जिस युवती ने उसे प्रसाद में विषाक्त खिलाया वह उसे धर्म की बेटी मानते हैं। कई सालों से चले आ रहे रिश्ते के चलते गजेन्द्र उसका खर्चा भी उठाते थे। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों से पैसे देने बंद किए तो युवती नाराज चल रही थी, हालांकि दोनों के बीच वार्तालाप जारी थी। मंगलवार को भी वह थाने पहुंची तो विश्वास करके गजेन्द्र ने विषाक्त मिला प्रसाद खा लिया। उनका आरोप है कि नाराज चल रही धर्म की बेटी उसे जान से मारने के लिए विषाक्त मिला प्रसाद लेकर आई थी।
बेटी की मौत से टूटा
एसआई के महेश नगर थाने में तैनाती के दौरान उसकी बेटी ने घर पर विषाक्त खाकर खुदकुशी कर ली थी। परिजनों के आरोप और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने बेटी को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में गजेन्द्र को गिरफ्तार किया। उस वक्त गजेन्द्र एएसआई था और बाद में जेल से छूटने के बाद हुए प्रमोशन से एसआई बनकर प्रताप नगर थाने में तैनात है। पुलिस फिलहाल मामले में जल्दबाजी नहीं कर रही है और एफएलएल रिपोर्ट आने के बाद ही ठोस राह निकलेगी। हालांकि संदिग्ध युवती की पहचान छिपाते हुए पुलिस ने उस पर निगरानी बढ़ा दी है।