राजस्थान में संचालित बाईस आवासीय विद्यालयों में अध्यापकों तथा अन्य कार्मिकों के रिक्त पदों को शीघ भरने के निर्देश दिये गये हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी ने आवासीय विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था की समीक्षा करते हुए आज यहां यह निर्देश दिये।
उन्होंने शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी से दूरभाष पर बात कर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से चयन किये गये अध्यापकों एवं कार्मिकों को छोडऩे का आग्रह किया जिससे आवासीय विद्यालयों में अध्यापकों की कमी पूरी की जा सके।
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आवासीय विद्यालयों के रिक्त पदों के अनुसार कैडर स्ट्रैन्थ बढ़ाकर भर्ती की जानी चाहिए, जिससे आवासीय विद्यालयों में रिक्त पदों की समस्याओं का स्थाई समाधान हो सके।
डॉ.चतुर्वेदी ने विभाग के अधिकारियों को शिक्षा विभाग से रिक्त पदों के लिए अध्यापक नहीं मिलने की स्थिति पर अन्य विकल्पों पर विचार करने के निर्देश भी दिये।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक डॉ. समित शर्मा ने बताया कि प्रदेश में विभाग के माध्यम से 22 आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें लगभग 7 हजार 700 से अधिक गरीब परिवारों के विद्यार्थी अध्ययनरत है।
उन्होंने बताया कि आवासीय विद्यालयों में 593 पद स्वीकृत है जिसमें शैक्षणिक 443 एवं गैर शैक्षणिक 150 पद स्वीकृत है। वर्तमान में आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक के 207 पद रिक्त हैं।