नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाजी अब सही दिशा में बढ़ रही है। नतीजन सभी भार वर्गों में हमारे मुक्केबाज पदक जीत रहे हैं और आगामी एशियाड और काॅमनवेल्थ खेलों में हमारे लड़के लड़कियां पहले से बेहतर प्रदर्शन करेंगे, भारतीय मुक्केबाजी फेडरेशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने आज यहां मुक्केबाज फिल्म की टीम की उपस्थिति में कहा कि उनकी फेडरेशन बुरे दिनों से उबर आई है और पिछली विफलताओं को भुला कर लगातार नये आयाम स्थापित कर रही है। इस अवसर पर यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली ज्योति, साक्षी, नीतू, फिल्म के निदेशक अनुराग कश्यप, अभिनेता विनीत कुमार सिंह और अभिनेत्री जोया भी शामिल थीं।
अजय सिंह ने भावी कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि भारत को अंतर्राष्ट्रीय फेडरेशन द्वारा इंडियन ओपन और वर्ल्ड सीरीज का आयोजन सौंपा गया है। इंडियन ओपन 28 जनवरी से एक फरवरी तक और वर्ल्ड सीरीज़ का आयोजन 23 मार्च से किया जाएगा। वर्ल्ड सीरीज़ होम एंड एवे आधार पर खेले जाएंगे। इंडियन ओपन में 25 देशों के मंजे हुए मुक्केबाज़ भाग लेंगे। भारत के लिए अपने मुक्केबाज़ों को एक्सपोज़र दिलाने के लिए यह बेहतरीन मौका रहेगा। इसी उदेश्य से चार भारतीय टीम को उतारा जा रहा है। जहां एक ओर पहली कतार के मुक्केबाज़ पदकों के लिए होड़ में रहेंगे तो जूनियरों को अनुभव हासिल होगा|
‘मुक्काबाज’ फिल्म एक ऐसे मुक्केबाज़ की कहानी है जिसने कड़ी मेहनत से और गरीब परिवार से निकलकर नाम कमाया। फिल्म को लेकर अजय सिंह खासे खुश नज़र आए। उन्होंने अति उत्साह में पड़कर कहा कि भारत में ऊपर से नीचे हर स्तर पर खिलाड़ियों को तिरस्कार और अन्याय झेलना पड़ता है जैसा कि मुक्केबाज़ों के साथ भी हुआ लेकिन उनके आने के बाद हालत पूरी तरह बदल चुकी हैं। उनके अनुसार भारत रियो ओलंपिक में सिर्फ़ इसलिए दो पदक ही जीत पाया क्योंकि हर स्तर पर धांधली चल रही थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
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(राजेंद्र सजवान)