नई दिल्ली: आंचल ठाकुर ने तुर्की में अंतर्राष्ट्रीय स्की महासंघ (एफआईएस) के एल्पाइन एजर 3200 कप टूर्नामेंट में कांस्य पदक हासिल कर देश को स्की में उसका पहला अंतर्राष्ट्रीय पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है। मनाली की रहने वाली 21 साल की आंचल ने तुर्की के एरजुरूम स्थित पालनडोकेन स्की सेंटर में स्लालम वर्ग रेस में कांस्य पदक जीता। आंचल ने अपने टि्वटर अकाउंट पर इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने पदक के साथ अपनी तस्वीर के साथ लिखा कि अंतत: मेरे साथ कुछ अविश्वसनीय हुआ।
अंतरराष्ट्रीय स्की फेडरेशन के टूर्नामेंट में मैंने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय पदक जीता। अंत में तुर्की ने मुझे खास दिया। ऐतिहासिक पदक जीतने के बाद आंचल का अगला लक्ष्य दक्षिण कोरिया में अगले महीने होने वाले शीतकालीन खेलों के लिये क्वालीफिकेशन मार्क हासिल करना है। आंचल ने कहा कि क्वालीफाई करने के लिये पांच रेस में हमें 140 से कम अंक बनाने होते हैं और मैं एक रेस में भी ऐसा नहीं कर सकी। कल कोर्स काफी चुनौतीपूर्ण था और स्वर्ण पदक विजेता भी 140 से कम अंक नहीं बना सका।
क्या कहते हैं आंचल के पिता
आंचल के पिता रोशन ने कहा कि भारत में गुलमर्ग और औली में ही विश्व स्तरीय स्कीइंग सुविधायें हैं लेकिन उनका रखरखाव अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय साल में दस महीने अभ्यास कर पाते हैं जबकि हमारे खिलाड़ी दो महीने ही अभ्यास कर सकते हैं क्योंकि विदेश में अभ्यास करना काफी महंगा होता है।
ऐतिहासिक उपलब्धि पर मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंचल ठाकुर को स्कीइंग में भारत के लिये पहला पदक जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि पूरा देश उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि से आहलादित है। इक्कीस बरस की आंचल ने अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग महासंघ द्वारा तुर्की में आयोजित अल्पाइन एडेर 3200 कप में कांस्य पदक जीता। मोदी ने ट्विटर पर लिखा, शाबाश आंचल स्कीइंग में अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने के लिये। पूरा देश आपकी इस उपलब्धि से खुश है। भविष्य के लिये शुभकामनायें।
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