लंदन : ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ईरान परमाणु समझौते का समर्थन करने पर सहमत हो गये हैं। तीनों देशों के शीर्ष नेतृत्व ने माना कि ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने का सर्वोत्तम तरीका उसके साथ परमाणु समझौता करना ही है। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने कल अपने आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी। श्रीमती मे ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के साथ फोन पर बात की। बातचीत में तीनों नेता ईरान के परमाणु समझौतें को कई अन्य क्षेत्रों जैसे बैलिस्टिक मिसाइल इत्यादि को शामिल करने पर सहमत हुए। बयान में कहा गया यदि यह समझौता खत्म हो जाता है तो ईरान की गतिविधियां क्षेत्र में अस्थिरता पैदा कर देंगी।
बयान में कहा गया, ‘तीन देश मिलकर और अमेरिका के साथ ईरान द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों को हल करेंगे। इन चुनौतियों में नये समझौते में शामिल किये गये मुद्दे भी शामिल हैं।’ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ईरान पर आर्थिक पाबंदियां लगाने के संबंध में अगले महीने तक निर्णय लेना है। श्री ट्रंप पहले ही 2015 में ईरान के विश्व के बड़ देशों के साथ किये गये परमाणु समझौते की निंदा कर चुके हैं। जिसमें ईरान द्वारा परमाणु कार्यक्रम पर रोक के बदले उसके ऊपर से पश्चिमी देशों के पाबंदियों को हटा लिया गया था।