भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांतिदूतों पर आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) से हमले पर चिंता जताई है और इससे सुरक्षा के लिए संसाधन जुटाने का आह्वान किया। संयुक्त राष्ट में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि तन्मय लाल ने शांति सैनिकों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा,
‘आईईडी हमला बहुत ही गंभीर चिंता है।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले चार वर्षो में हिंसा की वजह से अब तक 176 जानें गई है, जिनमें से 43 की मौत आईईडी हमले की वजह से हुई है। हम विश्वास करते हैं कि आईईडी खतरों का सामना कर रहे शांतिदूतों को इससे निपटने का संसाधन मुहैया कराना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि शिविरों की सुरक्षा बढ़ाने के अलावा, पीड़ितों की मदद के लिए रात के समय बेहतर मेडिकल सेवा और वायु निकास के साथ विमान की सुविधा मुहैया करानी चाहिए। नवंबर 2016 में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगों में 32 भारतीय शांतिदूत घायल हो गए थे जिनमें से 16 पंजाब के थे। आईईडी हमले में सात बांग्लादेशी शांतिदूतों की मौत हो गई थी, जिनमें से चार पिछले माह और तीन सितंबर में मारे गए थे।
अधिक जानकारियों के लिए यहाँ क्लिक करे