वाशिंगटन : अमेरिका में हुए कई लाखों डॉलर के घोटाले में अपनी संलिप्तता को लेकर एक 28 वर्षीय भारतीय नागरिक ने अपना दोष स्वीकार कर लिया है। इस घोटाले में भारत में स्थित कॉल सेंटरों के कर्मचारी अमेरिकी कर और आव्रजन अधिकारियों का रूप धारण कर अमेरिका भर के लोगों को अपना शिकार बनाते थे। हाल के दिनों में न्यूजर्सी में रहने वाले हर्ष पटेल तीसरे भारतीय नागरिक है जिसने हजारों अमेरिकियों को अपना शिकार बनाने वाले इस घोटाले में अपनी संलिप्तता को लेकर दोष स्वीकार किया है।
पिछले साल अक्तूबर में एक संघीय ग्रैंड ज्यूरी द्वारा लगाये गये आरोप के बाद से अब तक पटेल के साथ 50 अन्य व्यक्तियों और भारत स्थित पांच कॉल सेंटरों पर इस धोखाधड़ी और धन शोधन मामले में उनकी भूमिकाओं को लेकर आरोप तय किया गया था। उसने टेक्सास के अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज डेविड हिटनर के समक्ष अपना दोष स्वीकार किया। उसे सात अगस्त, 2017 को सजा सुनायी जाएगी।
न्याय विभाग ने एक बयान में कहा कि संबंधित याचिका में लगाये गये आरोप के मुताबिक, पटेल और उसके सहयोगी साजिश कर्ताओं ने अमेरिका भर में लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए एक सामूहिक योजना बनाई थी जिसमें अहमदाबाद स्थित कॉल सेंटरों के कर्मचारियों ने स्वयं को आंतरिक राजस्व सेवा या अमेरिकी नागरिकता या आव्रजन सेवाओं का अधिकारी बताकर अमेरिकी लोगों के साथ धोखाधड़ी की। पटेल से पहले भरत कुमार पटेल (43) और अश्विनभाई चौधरी (28) ने इस धोखाधड़ी और धन शोधन मामले में अपना जुर्म कबूल किया था।
(भाषा)