जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका में महात्मा गांधी द्वारा संचालित कम्यून तॉलस्तॉय फार्म के पुनरूद्धार के प्रयासों को बल मिल गया है क्योंकि यहां मौजूद भारतीय कंपनियों ने इस काम में सहयोग देने का वादा किया है। तॉलस्तॉय फार्म जोहानिसबर्ग से लगभग 30 किमी दूर है। कभी अपने आप में पर्याप्त रूप से सक्षम रहे इस स्थान का प्रयोग बंद हुआ तो यह कई साल तक यूं ही पड़ा रहा। यहां गांधी जी के मूल आवास की अब बस नींव ही बची है।
विभिन्न भारतीय नेताओं के दौरों के परिणामस्वरूप इस स्थान को पर्याप्त चंदा मिलता रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस स्थान के लिए एक करोड़ रूपए देने का संकल्प लिया था। इसी के चलते पिछले साल भारतीय उच्चायुक्त रूचि घनश्याम ने ‘गार्डन ऑफ रिमेंबरेंस’ :स्मृति वाटिका: के पहले चरण का आधिकारिक तौर पर उद्घाटन किया था।
महावाणिज्य दूत के जे श्रीनिवास द्वारा भारतीय औद्योगिक मंच की बैठक बुलाए जाने के बाद वरिष्ठ खिलाड़ी मोहन हीरा ने कहा, ”इस बैठक में की गई पेशकशों से मैं बेहद उत्साहित हूं।” इस बैठक में दक्षिण अफ्रीका में भारतीय कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले कंपनी प्रमुख शामिल हुए थे।किर्लोसकर समूह के अनिल सुर ने कहा, ”इस फार्म को पुनरूद्धार करने में मदद देने और इस गौरवपूर्ण अवसर का हिस्सा बनने का यह शानदार मौका है। हम 10 केवी के एक जनरेटर के जरिए योगदान देंगे। यह जनरेटर भारत से निकल चुका है और इस माह के अंत तक यहां पहुंच जाना चाहिए।”
(भाषा)