नई दिल्ली : सऊदी अरब के एक मुस्लिम धर्मगुरु की ओर से महिलाओं को लेकर एक बेहद आपत्तिजनक बयान दिया गया है। साद अल हिजरी नाम के इस धर्मगुरु ने कहा है कि महिलाओं के पास पुरुषों की तुलना में केवल एक तिहाई दिमाग होता है। इसलिए उनको ड्राइविंग की इजाजत नहीं देनी चाहिए। हिजरी के इस बयान ने महिलाओं की क्षमताओं पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर इसको लेकर घमासान मच गया है। मामला तूल पकड़ता देख सऊदी सरकार ने आनन-फानन में बयान देने वाले धर्मगुरु को सस्पेंड कर दिया और उसकी सभी प्रकार की धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगा दी।
बता दें कि सऊदी अरब के इस धर्म गुरू हिजरी ने एक ऑनलाइन वीडियो में कहा कि वैसे तो महिलाओं के पास पुरुषों की तुलना आधा दिमाग होता है, लेकिन बाजार में खरीददारी करने के बाद उनके पास केवल एक तिहाई ही दिमाग ही रह जाता है। ऐसे में उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना खतरनाक साबित हो सकता है। हिजरी के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई है। जिसके बाद महिला अधिकारों की पैरवी करने वालों ने सरकार से उन्हे हटाने की मांग की। मामले की गंभीरता को देखते हुए दक्षिण प्रांत असिर की सरकार ने उन्हें हटाने की घोषणा कर दी।
उधर, सरकारी की ओर से इस बयान पर निंदा जताई गई है। सरकार ने कहा कि इस्लाम में पुरुष और महिला को बराबरी का दर्जा दिया है। भविष्य में अगर कोई भी धर्मगुरु इस तरह की बात करेगा तो उसके साथ भी ऐसा ही बर्ताव होगा। हालांकि धर्म गुरू हिजरी ने इस बयान को अपनी गलती बताया है। हिजरी ने कहा कि उन्होंने गलती से ऐसा बोला है। बता दें कि सऊदी अरब में महिलाओं के लिए अभी भी कई तरह के सख्त कानून हैं। वहां महिलाओं के वाहन चलाने पर भी रोक है। हालांकि मौजूदा सरकार ने अपने कई नियमों में ढील दी है।