संयुक्त राष्ट्र : दो भारतीय समेत 117 सैन्य, पुलिस एवं असैन्य कर्मियों को फर्ज की अदायगी में साहस के प्रदर्शन और कुर्बानी के लिए मृत्योपरांत प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
लोकतांत्रिक कांगो गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन (एमओएनयूएससीओ) में सेवा देते समय शहीद हुए राइफलमैन ब्रजेश थापा और लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) में तैनाती के दौरान शहीद हुए ‘प्राइवेट’ रवि कुमार को 24 मई को अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक दिवस पर दाग हमारशोल्द मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
भारत संरा शांतिरक्षण में सर्वाधिक बल देने वाला देश
भारत संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षण में सर्वाधिक बल का योगदान करने वाला देश है। उसने पिछले छह दशक में 71 शांतिरक्षण अभियानों में तकरीबन दो लाख सैन्यकर्मियों का योगदान किया है। इनमें मौजूदा 16 में से 13 शामिल हैं। अभी तक संयुक्त राष्ट्र के परचम तले 168 भारतीय सैनिक अपनी जान कुर्बान कर चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस सभी शहीदों को सम्मानित करने के लिए शांतिरक्षक स्मारक पर पुष्पगुच्छ रखेंगे। बाद में वह एक कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे जिसमें शांतिरक्षण के अपने अभियानों के दौरान पिछले साल शहीद हुए 117 शांतिरक्षकों को दाग हमारशोल्द मेडल से सम्मानित किया जाएगा। देशों के स्थाई प्रतिनिधि अपने अपने शहीदों की तरफ से मेडल स्वीकार करेंगे।