बिहार

Bihar Crime News: मुजफ्फरपुर में बदमाशों का आतंक जारी, सरेआम दिया वारदात को अंजाम

Desk Team

जिस बिहार में नीतीश अपराध को कम करने का दावा करत रहते है इसी बिहार में बदमाश बड़ी वारदात को अंजाम दे रहे है। इन बदमाशों को न तो पुलिस का खौफ है न ही नीतीश सरकार का। दरअसल यूपी में अहियापुर थाना क्षेत्र के सहबाजपुर लीची बगान में 17 अक्टूबर की देर रात बदमाशों ने भोला ठाकुर नाम के एक शख्स पर ताबड़तोड़ गोलीया चलाकर मौत के घाट उतार दिया।
अस्पताल में ईलाज के दौरान मौत
इस वारदात को देख लोगों में अफरातफरी मच गई आनन फानन में भोला ठाकुर को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने भोला ठाकुर को मृत घोषित कर दिया। आपको बता दें की भोला के बेटे को भी इसी तरह बदमाशों ने गोली मार दी थी । 28 जुलाई को बदमाशों ने बेटे पर गोली चलातर उसे मौत के घाट उतार दिया था। हलांकि पुलिस इस वारदात की जांच कर रही है।
भोला ठाकुर से पहले बेट का किया था मर्डर
इन सबके बीच बड़ा सवाल है कि भोला ठाकुर को बदमाशों ने गोली क्यों मारी इसके बारे में बात करें तो 28 जुलाई को भोला ठाकुर के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी मामले में बेटे की हत्या को लेकर पिता ने बयान दिया था जिसके बाद तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी बेटे की हत्या के मामले में अब तक पुलिस ने एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया था।
बेटे का गवाह था पिता इसलिए किया मर्डर
इसी के चलते बेटे की मौत के गवाह बने पिता को भी बदमाशों ने गोली मार दी जिसके बाद अब बेटे की मौत के मामले में कोई गवाह नहीं बचा है। बदमाशों की यहीं कोशिश थी की गवाह कोे मारने के बाद उन्हें बेल मिल जाएगी । इसी के चलते उन्होंने बेटे के पिता की भी हत्या कर दी।
क्या था पूरा मामला
इस पूरे मामले में अहियापुर थानेदार रोहन कुमार का कहना है कि पहले के विवाद को भी खंगाला जा रहा है। एक भाई आपराधिक चरित्र का बताया जा रहा है वर्तमान में वह हथौड़ी के किसी कांड में जेल जा चुका है। पुलिस उस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि उसके भाई के कारण तो गोली नहीं मारी गई है। साथ ही पुलिस आसपास के सीसीटीवी की जांच भी कर रही है अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में गिरफ्तारी तो हो जाएगी लेकिन बड़ी बात ये है कि आखिर क्यों पुलिस इस तरह की वारदात को रोकने में नाकाम हो रही है प्रशासन को इस क्राइम रोकने की दिशा में और सख्त होने की जरुरत है।