Bihar Lok Sabha Election Result 2024: लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद राजनैतिक दलों के बीच बैठकों का दौर जारी है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सुबह 9.30 बजे अपने दिल्ली स्थित आवास पर जदयू (JDU) संसदीय दल की बैठक बुलायी है। इस बैठक में जदयू के सभी नव निर्वाचित सांसद मौजूद रहेंगे। इसके अलावा जदयू के राज्यसभा सदस्यों व वरिष्ठ पदाधिकारियों की भी मौजूदगी रहेगी। जेडीयू अध्यक्ष नीतीश एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे हुए है।
एनडीए की सरकार के गठन से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के सांसदों से मंथन कर रहे हैं। गुरुवार को जेडीयू के कई सांसद सीएम से मिलने दिल्ली स्थित उनके आवास पर पहुंचे। नीतीश कुमार ने शुक्रवार सुबह दिल्ली में जेडीयू संसदीय दल की बैठक बुलाई है। केंद्र में एनडीए की सरकार के गठन से पहले नीतीश कुमार अपने सांसदों से मंथन कर रहे हैं।
एनडीए के विभिन्न घटक दल अपने-अपने सांसदों के साथ अलग से बैठकें करेंगे। जेडीयू ने शुक्रवार सुबह 9.30 बजे अपने सांसदों को बुलाया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिनों से दिल्ली में ही रुके हैं और अपनी पार्टी के नेताओं से लगातार विचार-विमर्श कर रहे हैं। दिल्ली की सत्ता में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'किंग मेकर' के रूप में उभरे हैं। नीतीश कुमार ने मोदी को समर्थन भी दे दिया है। 9 जून को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री की शपथ लेंगे। नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड की मोदी 3.0 में अहम भूमिका होगी।
बिहार में एनडीए ने 40 में से 30 सीटों पर इस चुनाव में जीत दर्ज की है। इसमें 12 सीटें बीजेपी और जेडीयू के कब्जे में आईं। 12 सीटें पाकर किंगमेकर की भूमिका में आई जेडीयू नई सरकार के गठन से पहले मोलभाव की स्थिति में है। दरअसल, चर्चा है कि हर चार सांसद पर एक मंत्री पद की मांग बड़े सहयोगी चाहते हैं। ख़बरों की माने तो इस हिसाब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नई सरकार में तीन मंत्री पद, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और देशभर में जाति जनगणना कराने जैसी डिमांड रखी है। जेडीयू की रेलवे, ग्रामीण विकास, जल संसाधन जैसे अहम मंत्रालयों पर भी नजर है।
केंद्र में दो बार रेल मंत्री रह चुके हैं नीतीश कुमार
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2005 में मुख्यमंत्री बने थे लेकिन उससे पहले वह 2004 तक केंद्र में दो बार रेल मंत्री रहे थे. नीतीश कुमार ने केंद्र में तीन मंत्रालय पद को संभाला है. सबसे अधिक समय तक रेल मंत्री रहे. लगभग सवा साल तक कृषि मंत्री भी रह चुके हैं. कार्यवाहक के रूप में डेढ़ महीने तक भूतल परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहचान रेल मंत्रालय मंत्री रहते हुए किए गए कामों से हुई थी. बिहार में कई नई रेल लाइन और रेल मंत्रालय के अधीन कई विकास के कार्य बिहार में हुए थे. उस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने नीतीश कुमार को विकास पुरुष का नाम दिया था. उस वक्त नीतीश कुमार अपने कामों से काफी चर्चा में आए थे और बिहार की जनता उनसे प्रभावित हो गई थी. फल स्वरुप 2005 में 206 विधायक के साथ नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे. अब ऐसे में इस मौके को नीतीश कुमार गंवाना नहीं चाहेंगे.
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