देश में इस वक्त लोकसभा चुनाव के चलते कई नए-नए मुद्दे उतारे आपको बता दे कि इस बीच बिहार कास्ट सर्वे भी लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ा मुद्दा बनाकर उभर रहा है। बिहार में हो रही जाती है जनगणना को लेकर और बिहार सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं जहां लोक जनशक्ति पार्टी यानी कि रामविलास के नेता चिराग पासवान ने मंगलवार के दिन सोशल मीडिया के जरिए बिहार सरकार द्वारा जारी किए गए सर्वेक्षण के आंकड़ों पर आरोप लगाया और कहा कि इसमें पारदर्शिता की कमी है। इतना ही नहीं उन्होंने बिहार में सत्तारूढ़ सरकार के राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भी आंकड़ों में हेरा फेरी करने का आरोप लगाया है।
क्या कहा चिराग पासवान ने ?
रामविलास के नेता चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए लिखा है की "राजनीतिक लाभ की दृष्टि से कराए गए बिहार सरकार की जाति आधारित गणना अस्वीकार्य है। जरूरत है इसमें कई और सुधार करने की। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) बिहार सरकार से मांग करती है की पुनः जाति गणना हो और पूरी पारदर्शिता के साथ इसे पेश किया जाए।" जहां उन्होंने बताया कि आंकड़ों को बढ़ाकर दिखाया गया है इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने पिछले जातियों के स्तर को कम करके दिखाने की बात भी कही है। उन्होंने यह भी कहा कि कई ऐसी जनजातियों और अनुसूचित जनजातियों हैं जिनके आंकड़ों को कम करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया है के सारे काम राजनीतिक लाभ लेने की दृष्टि से किए गए हैं।