राजद सोमवार को झारखंड की राज्यपाल से मिलने का समय मांगेगा और उन्हें जेल में बंद पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद से आंगतुकों को मिलने नहीं देने के प्रशासन के फैसले से अवगत कराएगा।
इससे एक दिन पहले उनके सहयोगियों को यहां एक अस्पताल में प्रसाद से मिलने की इजाजत नहीं दी गई थी। बिरसा मुंड केंद्रीय जेल के अधिकारियों ने शनिवार को अस्पताल के वार्ड की दीवार पर नोटिस चिपका के 'कानून एवं व्यवस्था' की चिंताओं का हवाला देकर प्रसाद से किसी के भी मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस अस्पताल में पूर्व मुख्यमंत्री का इलाज चल रहा है।
जेल अधीक्षक ए के चौधरी ने इस नोटिस पर हस्ताक्षर किए हैं। राजद के झारखंड इकाई के अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने रविवार को पत्रकार वार्ता में कहा, '' वे हमारे नेता को हतोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं। क्या वे आगंतुकों द्वारा पिछली बैठकों के दौरान कानून और व्यवस्था की समस्या का प्रमाण दे सकते हैं? हम इसके बारे में राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू को बताएंगे।''
जेल नियमों के मुताबिक, राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती सजायाफ्ता प्रसाद से हर शनिवार तीन व्यक्ति मिल सकते हैं। इस संस्थान में प्रसाद का कई बीमारियों का इलाज चल रहा है।
उन्होंने कहा कि जेल अधीक्षक असहाय है क्योंकि यह राज्य और केंद्र सरकार द्वारा निर्देशित किया जा रहा है। शनिवार को प्रसाद को तीन व्यक्तियों से मिलने की अनुमति नहीं देना मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने इस बाबत सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।