छपरा : छपरा के लिए किये गए विकास कार्यों को पेश करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि छपरा जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत लगभग 2 लाख 40 हजार गैस कनेक्शन बांटे गए हैंए आयुष्मान भारत के तहत लगभग 31 हजार से अधिक कार्ड बांटे गए हैं, आवास योजना के तहत जिले में लगभग 11 हजार गरीबों को उपलब्ध कराया गया है,स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत छपरा में लगभग पांच लाख 33 हजार शौचालयों का निर्माण कराया गया।
लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत से राज्य का पहला डबल डेकर ब्रिज छपरा में बनाया जा रहा है। नमामि गंगे परियोजना के तहत लगभग 37 करोड़ रुपये की लागत से बाबा हरिहरनाथ के नजदीक आधुनिक घाट का निर्माण कराया जा रहा है। छपरा में घाटों के सौन्दर्यीकरण के लिए 70 करोड़ से अधिक रुपये दिए गए हैं। बंद पड़े हाजीपुर-छपरा हाइवे के निर्माण को फिर से लगभग 900 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया है और इसके तहत 125 करोड़ रुपये जारी भी कर दिए गए हैं।
इसी तरह छपरा-मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए 722 करोड़ रुपये जारी किये गए हैं। भारतमाला परियोजना के तहत गंडक नदी पर नेपाल सीमा तक राजमार्ग का निर्माण कराया जा रहा है। रामनगर बाई.छपरा बाईपास का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। छपरा में अलग से पासपोर्ट केंद्र खोले गए हैं। इसके अतिरिक्त छपरा में अलग से राजकोशीय चिकित्सा महाविद्यालय मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी गई है। छपरा-गोपालगंज रेलवे लाइन को बड़ी लाइन में तब्दील किया गया है। करोड़ों रुपये की लागत से छपरा-मुजफ्फरपुर रेलवे लाइन का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। बिहार में सबसे अधिक 25 नए पावर स्टेशन छपरा में ही बना है।
श्री शाह ने कहा कि हमने अपने संकल्प पत्र में तय किया है कि जब 2022 में देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे होंगे, देश में एक भी व्यक्ति, एक भी परिवार ऐसा नहीं होगा जिसके पास अपना घर न हो, घर में बिजली, गैस कनेक्शन, पीने का पानी और शौचालय न हो। बिहार में विकास की जो शुरुआत सुशासन बाबू नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए शासन में हुई है, उसे हमें और आगे ले जाना है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर किसानों को खेती के लिए ब्याज-मुक्त ऋण उपलब्ध कराये जायेंगे। किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों को 60 वर्ष की उम्र के बाद से मासिक पेंशन दी जायेगी।
नरेन्द्र मोदी सरकार ने बिहार के विकास के लिए काफी कुछ किया है। जब से बिहार में नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने बिहार में शासन संभाला है, राज्य को लालू-राबड़ी के जंगलराज से मुक्ति मिली है और सुशासन का राज कायम हुआ है। यह बिहार की जनता को तय करना है कि क्या बिहार में दुबारा लालू-राबड़ी का जंगल राज फिर से लाना है या नीतीश कुमार और सुशील मोदी के सुशासन को मजबूत करना है, क्या राहुल गांधी एंड कम्पनी देश को आतंकवाद से सुरक्षित रख सकती है, आतंकवाद को मुहंतोड़ जवाब दे सकती है, सीतामढ़ी एवं छपरा का विकास कर सकती है, केंद्र और बिहार की भाजपा-जदयू-लोजपा की डबल इंजन वाली एनडीए सरकार से बिहार का विकास दिन दुनी-रात चौगुनी आगे बढ़ रहा है। बिहार की जनता इस डबल इंजन वाली ट्रेन में 40 सीटें पर भाजपा और एनडीए की विजय का ईंधन भरकर नरेन्द्र मोदी को दुबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए एकजुट हो जाएं।