पटना : बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने प्रदेश से राज्यसभा की दो सीटों पर उम्मीदवार उतारने के संकेत देते हुए महागठबंधन में अपने सहयोगी दल कांग्रेस को पुराने संबंधों का हवाला दिया है। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने बिहार से राज्यसभा की दो सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारने के संकेत देते हुए सोमवार को कहा, "अभी हमारे पास राज्यसभा की तीन सीटें हैं। इस चुनाव में दो सीटें राजद को आएंगी तो सदन में हमारी संख्या पांच हो जाएगी।''उन्होंने कहा कि इससे राज्यसभा में हमारी पार्टी राजद की मान्यता बनी रहेगी, वरना हम भी अन्य दलों की श्रेणी में आ जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि रविवार को कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने एक खुले पत्र में कहा था, "लोकसभा के चुनाव के दौरान महागठबंन के नेताओं की साझा प्रेस वार्ता में राजद नेता तेजस्वी यादव ने साफ शब्दों में कहा था कि राजद कोटा से राज्यसभा की एक सीट बिहार के कांग्रेस के नेता के लिए छोड़ी जाएगी।''गोहिल ने कहा कि अच्छे लोगों के लिए कहा जाता है कि प्राण जाए पर वचन ना जाए। उम्मीद है कि राजद नेता अपने वचन का पालन करेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा की सीट मिलने पर कांग्रेस के प्रत्याशी सिर्फ बिहार के ही नेता होंगे। मेरे जैसा कोई भी जो बिहार का मतदाता नहीं हो वह कांग्रेस प्रत्याशी नहीं होगा। हमारा प्रत्याशी सिर्फ बिहार कांग्रेस का नेता ही होगा। गोहिल के इस पत्र के बारे में राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कहा, ''बंद जेहन से खुले खत नहीं लिखे जाते हैं।''उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पुराने संबंध रहे हैं, ऐसे में उसका भी ख्याल रखा जाना चाहिए।
झा ने कहा कि जिस वक्त की बात गोहिल जी कर रहे हैं, उस वक्त का संदर्भ दूसरा था। बिहार में उस समय 24-25 सीटों पर राजद को चुनाव लड़ना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब संदर्भ बदल गया है। उन्होंने आने वाले समय में महागठबंधन में सबकुछ ठीक हो जाने का भरोसा जताया।