बिहार

‘हम जिनसे संबंध जोड़ते हैं, उसे आजीवन निभाते हैं’, मोतिहारी में भाजपा नेताओं से बोले नीतीश कुमार

Desk Team

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में दिए गए एक बयान के बाद प्रदेश की सियासत में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार की तारीफ भी की।

मोतिहारी स्थित महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2007 में केंद्र सरकार ने कई राज्यों में केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया था। इसके बाद वर्ष 2009 में केंद्र द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम पारित किया गया। केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। उस समय केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिलकर बिहार में केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया। इस समय प्रस्ताव दिया गया कि बिहार में केंद्रीय विश्वविद्यालय बापू की कर्मभूमि चंपारण की धरती पर बनेगा, लेकिन वे इससे इंकार कर दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्कालीन केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने उस समय हमें बुलाकर भोजन भी कराया लेकिन उन्होंने चंपारण में केंद्रीय विश्वविद्यालय से इंकार कर दिया। मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में मोतिहारी में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करने की स्वीकृति प्रदान की गई। वर्ष 2016 में यहां काम शुरु हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द इसका भवन बन जाए। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के लिए हमलोग 130 एकड़ भूमि उपलब्ध करा चुके हैं, इन्हें 300 एकड़ भूमि की और आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस विश्वविद्यालय का नामकरण हमने ही रेकमेंड किया था, जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार किया।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान मंच पर बैठे भाजपा सांसद राधामोहन सिंह सहित भाजपा नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम जिनसे संबंध जोड़ते हैं, उसे आजीवन निभाते हैं और उनके प्रति हमेशा मन में सम्मान का भाव भी रखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ये जो लोग बैठे हुए हैं, ये 2005 से हमारे साथ रहे। उन्होंने कहा कि हम सबकी इज्जत करते हैं और हम जब तक जीवित रहेंगे हमारे मन में आप सब के प्रति आदर का भाव रहेगा। हमलोगों की दोस्ती कभी खत्म होगी, हैं सब साथी हैं। हम आगे भी आप सबकी सेवा और सम्मान करते रहेंगे।