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‘Gadar 2 ‘ और ‘The Kerala Story ‘ जैसी फिल्मों पर Nasiruddin Shah ने किया कटाक्ष, कहा ‘गलत चीज़ों को प्रमोट कर रहा B-Town

हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन ने बॉलीवुड में फिल्म प्रोडक्शन के बदलते चलन के बारे में बात की। एक्टर ने कहा कि फिल्में जितनी ज़्यादा कट्टरपंथी वाली होती हैं, उतनी ही ज़्यादा हिट होती हैं। “अपने देश से प्यार करना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि इसके बारे में ढोल पीटना और आपको काल्पनिक दुश्मन बनाना होगा। इन लोगों को यह एहसास नहीं है कि वे जो कर रहे हैं वह बहुत हानिकारक है ” हालांकि उन्होंने कहा कि उन्होंने फिल्में नहीं देखी हैं, लेकिन उन्हें यह परेशान करने वाला लगता है और वहीं दूसरी और निर्देशक ‘हंसल मेहता, ‘अनुभव सिन्हा’, सुधीर मिश्रा जैसे टैलेंटेड लोगों की फिल्मों को ऑडियंस नहीं मिल पाती।

Desk Team

बॉलीवुड के काफी एक्सपेरिएंस्ड एक्टर 'नसीरुद्दीन शाह' एक बार फिर अपनी टिपण्णी के लिए चर्चा में आ गए हैं। जी जान बता दें की बॉलीवुड के वेटरन एक्टर नसीरुद्दीन शाह आए दिन बॉलीवुड से ले कर देश की पॉलिटिक्स पर अपनी टिप्पणियां करने से कभी नहीं चूकते। और इस बार फिर एक्टर कुछ ऐसा बोल गए हैं जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रहीं है। वहीँ लोग भी उनकी इन बातों पर आपने अपने पॉइंट ऑफ़ व्यूज शेयर कर रहे हैं। 

बता दें कि सनी देओल की गदर 2 ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया। फिल्म ने भारत में अब तक 510 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर ली है और घरेलू स्तर पर 500 करोड़ रुपये तक पहुंचने वाली सबसे तेज हिंदी फिल्म बन गई है। गदर 2 की सफलता के बारे में बोलते हुए, नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में कहा था कि उन्हें फिल्म की 'भारी लोकप्रियता' 'परेशान करने वाली' लगती है और उन्होंने कहा कि 'द कश्मीर फाइल्स' और 'द केरल स्टोरी' जैसी फिल्म एक खतरनाक प्रवृत्ति स्थापित कर रही है।

हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन ने बॉलीवुड में फिल्म प्रोडक्शन के बदलते चलन के बारे में बात की। एक्टर ने कहा कि फिल्में जितनी ज़्यादा कट्टरपंथी वाली होती हैं, उतनी ही ज़्यादा हिट होती हैं। "अपने देश से प्यार करना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि इसके बारे में ढोल पीटना और आपको काल्पनिक दुश्मन बनाना होगा। इन लोगों को यह एहसास नहीं है कि वे जो कर रहे हैं वह बहुत हानिकारक है " हालांकि उन्होंने कहा कि उन्होंने फिल्में नहीं देखी हैं, लेकिन उन्हें यह परेशान करने वाला लगता है और वहीं दूसरी और निर्देशक 'हंसल मेहता, 'अनुभव सिन्हा', सुधीर मिश्रा जैसे टैलेंटेड लोगों की फिल्मों को ऑडियंस नहीं मिल पाती। 

उन्होंने आगे कहा कि"वे आनेवाली  पीढ़ी के लिए ज़िम्मेदार होंगे। सौ साल बाद लोग जब  'भीड़ ' जैसी फिल्में देखेंगे और गदर 2 भी देखेंगे और देखेंगे कि कौन सा हमारे समय की सच्चाई को चित्रित करता है क्योंकि फिल्म ही एकमात्र माध्यम है जो ऐसा कर सकती है। जो कुछ हो रहा है उसके लिए regressive एक बहुत हल्का शब्द है, यह आने वाले टाइम के लिए काफी frightening है जहां फिल्म निर्माताओं को ऐसी फिल्में बनाने में शामिल किया जा रहा है जो सभी गलत चीजों की प्रशंसा करते हैं और बिना किसी कारण के अन्य समुदायों को नीचा दिखाते हैं। यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है,"

बता दें की बॉक्स ऑफिस पर 'ग़दर 2' और 'द केरला स्टोरी' की सक्सेस को देखते हुए एक्टर ने ये बयान दिए हैं। जहां ग़दर 2 ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के झंडे गाड़ दिए हैं वहीं केरला स्टोरी ने भी बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ का आंकड़ा पार कर सबको चौंका कर दिया था।