सोमवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की बैठक में वैश्विक विकास को लेकर भारत के योगदान पर चर्चा हुई। इस बैठक में कहा गया कि ग्लोबल ग्रोथ में भारत का योगदान 16 फीसदी से अधिक रहने का अनुमान है। ऐसे में भारत ग्लोबल ग्रोथ में स्टार परफॉर्मर रहा है। पिछले कुछ समय से भारत बहुत मजबूत दर से विकास कर रहा है। ऐसे में बाकी देशों की तुलना में भारत स्टार परफॉर्मर में से एक है।
HIGHLIGHTS
देश के विकास को मजबूत करने में सरकार द्वारा भी अहम कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार द्वारा आवश्यक लॉजिस्टिक्स विकसित करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं। भारत की जनसंख्या बहुत बड़ी है। संरचनात्मक सुधारों के माध्यम से देश की मजबूती दर बढ़ने की उम्मीद है। सरकार ने विकास को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
सरकार ने डिजिटलीकरण को बढ़ावा दिया है। यह भारत को भविष्य में बढ़ी हुई उत्पादकता और विकास के लिए एक मजबूत मंच पर खड़ा कर दिया है। आईएमएफ ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में सिफारिश की है कि नीतिगत प्राथमिकताओं में राजकोषीय बफर को फिर से भरने, मूल्य स्थिरता हासिल करने, वित्तीय स्थिरता बनाए रखने और डेट स्थिरता को बनाए रखते हुए व्यापक संरचनात्मक सुधारों के माध्यम से समावेशी विकास में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक विकास का एक महत्वपूर्ण चालक बनने के लिए महामारी से मजबूती से उभरी है। वित्त वर्ष 2022/23 के दौरान उछाल के बाद, हेडलाइन मुद्रास्फीति औसतन कम हो गई है, हालांकि यह अस्थिर बनी हुई है। आईएमएफ के रिपोर्ट में कहा गया कि राजनीतिक मोर्चे पर, अप्रैल 2024 में आम चुनाव होने की उम्मीद है। व्यापक आर्थिक नीतियां आंशिक रूप से पिछले आईएमएफ कर्मचारियों की सलाह के अनुरूप हैं।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।