नई दिल्ली : नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) मामले में 100 से अधिक बिचौलिया कंपनियां निवेशकों को चार हजार करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाने के आरोपों में बाजार विनियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के राडार पर आ गयी हैं। अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि इनमें कुछ बड़े ब्रोकरों के नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पांच कंपनियों आनंद राठी कमोडिटीज, जियोफिन कॉमट्रेड, मोतीलाल ओसवाल कमोडिटीज ब्रोकर, फिलिप कमोडिटिज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और इंडिया इंफोलाइन कमोडिटीज के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
इनके अलावा सेबी ने 111 अन्य कंपनियों की भी निशानदेही की है। सेबी इन 111 कंपनियों में से 10 बड़ी कंपनियों की एक लेखा-परीक्षक की नियुक्ति के जरिये जांच शुरू करेगी। अन्य 101 कंपनियों का मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से डिजिटल लेखा-परीक्षा मिलने के बाद लिया जाएगा। सेबी अगले सप्ताह एनएसईएल मामले की स्थिति के बारे में निदेशक मंडल को अवगत कराएगी और बिचौलियों के खिलाफ प्रस्तावित कार्रवाई पर मंजूरी मांगेगा।