नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) एयरोस्पेस और रक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक कार्बन फाइबर विनिर्माण इकाई में निवेश कर रही है। यह देश की अपनी तरह की पहली इकाई है। इसमें कंपनी कम लागत वाले मॉड्यूलर शौचालय व घर के साथ साथ विंडमिल ब्लेड और रोटर ब्लेड आदि के लिए कंपोजिट्स उत्पाद भी बनाएगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इस पहल में किए जा रहे निवेश का ब्यौरा तो नहीं दिया है लेकिन अपनी नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसने प्लास्टिक और धातु उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला के 3 डी प्रिंटिंग के लिए क्षमताएं विकसित की हैं।
इसमें कहा गया है कि आरआईएल देश की पहली व सबसे बड़ी कार्बन फाइबर उत्पादन इकाई में निवेश कर रही है ताकि भारत की एयरोस्पेस व रक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सके।' कंपनी ने पिछले साल केमरोक इंडस्ट्रीज की आस्तियों का अधिग्रहण किया था ताकि कंपोजिट कारोबार में उतर सके। कंपनी ग्लास व कार्बन फाइबर रिइनफोर्सड पालीमर (एफआरपी) जैसे थर्मोसेट कंपोजिट पर ध्यान दे रही है।
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