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UPI से 17.4 ट्रिलियन रुपये का लेनदेन, बनाया नया रिकॉर्ड

Desk Team

UPI Transactions record : यूपीआई ट्रांजेक्शन नवंबर में 17.4 ट्रिलियन रुपये पर पहुंचा। देश में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ने नवंबर में नया रिकॉर्ड बनाया है। इस दौरान फास्टैग ट्रांजेक्शन भी बढ़े हैं। नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने देश में यूपीआई ट्रांजेक्शन से 17.4 ट्रिलियन रुपये का लेनदेन हुआ। यह अक्टूबर में हुए 17.16 ट्रिलियन रुपये के ट्रांजेक्शन से 1.4 फीसदी ज्यादा है।हालांकि, इस दौरान कुल ट्रांजेक्शन की संख्या में 1.5 फीसदी की गिरावट आई है। यह अक्टूबर के 11.41 अरब से घटकर 11.24 अरब रह गए हैं। इससे समझ आ रहा है कि प्रति ट्रांजेक्शन ज्यादा पैसों का लेनदेन हुआ।

यूपीआई ट्रांजेक्शन प्रतिदिन 100 करोड़ तक पहुंचेगा

उम्मीद जताई जा रही है कि वित्तीय वर्ष 2027 तक यूपीआई ट्रांजेक्शन की संख्या 100 करोड़ प्रतिदिन के आंकड़े को पार कर जाएगी। पांच साल में दुकानों पर 90 फीसद ट्रांजेक्शन यूपीआई से होने का अनुमान जताया गया है।

फास्टैग ट्रांजेक्शन बढ़े, लेकिन रकम घटी

एनपीसीआई के मुताबिक, पिछले साल नवंबर के मुकाबले इस साल यूपीआई ट्रांजेक्शन 54 फीसदी ज्यादा हुए और इनमें पैसों का लेनदेन भी 46 प्रतिशत बढ़ा है। इसी सितंबर, 2023 में 15.8 ट्रिलियन रुपये के 10.56 अरब ट्रांजेक्शन हुए थे। नवंबर में 32.1 करोड़ फास्टैग ट्रांजेक्शन हुए जबकि अक्टूबर में वह आंकड़ा 32 करोड़ पर था। फास्टैग से 5303 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ जबकि अक्टूबर में यह आंकड़ा 5539 करोड़ रुपये था। फास्टैग ट्रांजेक्शन तो बढ़े हैं लेकिन, रकम में कमी आई है।

आईएमपीएस का इस्तेमाल कम हुआ

पिछले महीने आईएमपीएस (Immediate Payment Service) के इस्तेमाल में गिरावट आई है। यह अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में 4 फीसदी घटकर 47.2 करोड़ ही रह गए हैं। साफ देखा जा रहा है कि यूपीआई ने आईएमपीएस को प्रभावित किया है। नवंबर में एईपीएस (Aadhaar Enabled Payment System) भी 10 फीसदी उछलकर 11 करोड़ ट्रांजेक्शन पर पहुंच गया। एईपीएस से 29640 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ। यूपीआई, टैप एंड पे और हेलो यूपीआई जैसे फीचर्स लोगों को कैश लेनदेन से दूर करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। छोटे से लेकर बड़े कारोबारियों ने भी यूपीआई पेमेंट को स्वीकार कर काम आसान बना दिया है।

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