क्रिकेट

New Zealand के खिलाफ हार के बाद Gautam Gambhir को मिला Ravi Shastri का समर्थन

न्यूज़ीलैंड से हार के बाद गंभीर को मिला शास्त्री का साथ, कहा- टीम को सुधार की जरूरत

Juhi Singh

भारतीय क्रिकेट टीम के साथ गौतम गंभीर के कोचिंग कार्यकाल की शुरुआत काफी उतार-चढ़ाव भरी रही. टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है. भारत 12 साल बाद अपने घरेलू मैदान पर कोई टेस्ट सीरीज हारा है. इससे पहले गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया 27 साल बाद श्रीलंका के खिलाफ कोई वनडे सीरीज हारी थी. बेंगलुरु के बाद पुणे में मिली हार ने क्रिकेट फैंस को हैरान कर दिया. सोशल मीडिया पर गंभीर फैंस के निशाने पर आ गए.

गंभीर का एक वीडियो लोग काफी शेयर कर रहे हैं जिसमें वह पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री की बुराई कर रहे हैं. खास बात यह है कि अब शास्त्री ने ही सीरीज में हार के बाद उनका बचाव किया है. दरअसल, इस वीडियो में गंभीर ने शास्त्री की उनके करियर की उपलब्धियों पर कठोर सवाल उठाए थे. अब लोग उस वीडियो को शेयर करते टीम इंडिया के हेड कोच से यही सवाल पूछ रहे हैं. दरअसल, शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने के बाद कहा था कि यह विदेश में अब तक की सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीम है.

गंभीर ने एक पुराने इंटरव्यू में कहा, ''मुझे यकीन है कि जिन लोगों ने कुछ नहीं जीता है, वे इस तरह के बयान देते हैं. मुझे नहीं पता कि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया में विश्व चैंपियनशिप जीतने के अलावा अपने करियर में क्या हासिल किया है. मुझे नहीं लगता कि वह विदेशी सीरीज जीत का हिस्सा थे. अगर आपने खुद कुछ नहीं जीता है, तो आप इस तरह का बयान देते हैं. मुझे यकीन है कि लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया होगा. मुझे यकीन है कि उन्होंने पर्याप्त क्रिकेट नहीं देखा होगा. अगर उन्होंने पर्याप्त क्रिकेट देखा होता, तो वह ऐसा बयान नहीं देते.''

गंभीर ने कहा, "यह बहुत बचकाना था. अगर आप 4-1 से जीत भी जाते, तो भी आप यह नहीं कहते कि यह विदेश में दौरा करने वाली सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीम है. आप फिर भी विनम्र बने रहते और कहते कि हम इसे आगे ले जाना चाहते हैं. हम आगे बढ़ना चाहते हैं, हम सुधार करते रहना चाहते हैं. आप यह नहीं कहते कि यह विदेश में अब तक की सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीम है. यह बचकाना है. मुझे यकीन है कि लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया होगा. मैं अन्य लोगों के बारे में नहीं जानता, लेकिन मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया क्योंकि यह बहुत ही अपरिपक्व बयान था.''