क्रिकेट

Virat Kohli के फॉर्म में वापिस आने के लिए RCB खिलाड़ी ने दिया गुरुमंत्र

दिनेश कार्तिक के अनुसार घरेलु क्रिकेट में आजमाने चाहिए रोहित-विराट को हाथ

Ravi Kumar

भारत को बीते कुछ दिनों में अपने ही घर में एक बहुत ही करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि भारत अपने घर में अपनी ही पिच पर न्यूजीलैंड से शुरू के दोनों टेस्ट मैच हारकर सीरीज से हाथ धो बैठेगा। लेकिन भारतीय टीम इस सीरीज में अभी तक न्यूजीलैंड की टीम के सामने बिलकुल भी ठहर नहीं पाई। ना टीम की बल्लेबाजी चली और ना ही उनकी गेंदबाजी में कुछ प्रभाव छोड़ा।

सबसे बड़ी समस्या यह रही कि टीम के दोनों सबसे बड़े स्तम्भ रोहित शर्मा और विराट कोहली का बल्ला अभी तक इस सीरीज में कुछ ख़ास नहीं कर पाया। रोहित और कोहली दोनों ने ही 4 पारियों में 1-1 अर्धशतक लगाया लेकिन टीम को उनसे लंबी पारी की दरकार थी जो वो करने में असफल रहे।

खासकर भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले तीन सालों में कोहली लगातार टेस्ट में परेशान दिखे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रही घरेलू टेस्ट सीरीज में भी कोहली के बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं। एक पारी में 70 रन बनाने के अलावा बाकी तीन पारियों में वह कुछ खास नहीं कर सके हैं। ऐसे में उनके साथी खिलाड़ी रहे दिनेश कार्तिक ने अब उन्हें एक अहम सलाह दी है।

12 सालों के बाद भारत को पहली बार घरेलू टेस्ट सीरीज में हार मिली है। इस सीरीज से पहले बांग्लादेश के खिलाफ भी कोहली कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके थे। स्पिन गेंदबाजों की मददगार पिचों पर कोहली को अक्सर फंसते हुए देखा गया है।

उन्हें सलाह देते हुए कार्तिक ने कहा

शायद उन्हें वापस घरेलू क्रिकेट में जाना चाहिए। इस बात में कोई शक नहीं है कि बाएं हाथ के स्पिनर्स से खतरा होता है। कोहली के लिए भी ये आसान नहीं रहा है। उनके लिए सीरीज अच्छी नहीं रही है। चार में से तीन पारियों में उन्होंने निराश किया है। स्पिनर्स ने उन्हें खूब परेशान किया है तो अब उन्हें इसका इलाज खोजना होगा।

2008 में इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले कोहली ने आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच 2012 में खेला था। 12 सालों से उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कोई मैच नहीं खेला है। इस साल दलीप ट्रॉफी में उनके खेलने की खबर आई थी, लेकिन उन्होंने इसमें हिस्सा नहीं लिया था। लंबे समय से यह डिबेट चल रही है कि सीनियर खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में भेजा जाना चाहिए।

हाल ही में सुनील गावस्कर ने भी अपने कॉलम में लिखा था कि घरेलू क्रिकेट में सीनियर खिलाड़ियों को हिस्सा लेने की छूट मिलनी चाहिए। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने इसके बीच में आने वाली मुश्किलों के बारे में भी बात की थी। दरअसल इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों का कार्यक्रम इतना व्यस्त हो चुका है कि उनके लिए समय निकाल पाना बेहद कठिन है।