राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राज्य में 9 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता (MCC) लागू होने के बाद से, राजस्थान में प्रवर्तन एजेंसियों ने अलग-अलग स्थानों से 300 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए हैं। जाँच के दौरान अवैध शराब, नकदी और अन्य सामग्री भी जब्त किए हैं।
साल 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव में अचार संहिता के दौरान जब्त हुए पैसों से इस बार 433 फीसदी अधिक जब्ती हुई है। वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव के अचार संहिता के 65 दिनों की अवधि में 70 करोड़ रुपये थी।
24 घंटों में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जब्त
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के मुताबिक, यह जानकारी राज्य की विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी विभिन्न रिपोर्टों से ली गई है। राजधानी जयपुर से 54.81 करोड़ रुपए की जब्ती हुई है। उदयपुर से 17.86 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं। अलवर जिले से 15.86 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है। भीलवाड़ा से 14.43 करोड़ रुपये, बांसवाड़ा से 14.36 करोड़ रुपये, जोधपुर से 13.53 करोड़ रुपये, चित्तौड़गढ़ से 11.66 करोड़ रुपये, बाड़मेर से 11.44 करोड़ रुपये, और श्री गंगानगर से 9.64 करोड़ रुपये की जब्ती हुई। हनुमानगढ़ 9.44 करोड़ के साथ दसवें स्थान पर है। इनमें से उदयपुर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, जोधपुर, सिरोही, नागौर और जालौर में 24 घंटों में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जब्त की गई है।
संदिग्ध मामले पर की जा रही कड़ी कार्रवाई-मुख्य निर्वाचन अधिकारी
अवैध शराब जब्ती के मामले में अलवर 4.97 करोड़ रुपए के साथ प्रदेश में पहले स्थान पर है। 10.94 करोड़ रुपये की नशीली दवाओं की जब्ती के साथ भीलवाड़ा पहले स्थान पर है। अवैध नकदी जब्ती के मामले में जयपुर 9.36 करोड़ रुपये के साथ पहले स्थान पर है। बांसवाड़ा जहां 11.65 करोड़ रुपए की सोना-चांदी जैसी कीमती धातुएं जब्त करने में पहले स्थान पर है, वहीं सवाई माधोपुर 27.54 लाख रुपए की मुफ्त वस्तुएं जब्त करने में सबसे आगे है।
प्रवीण गुप्ता ने कहा कि प्रदेश भर में विभागों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी संदिग्ध मामले पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।