राजधानी दिल्ली में लगातार आवारा कुत्तो का आंतक जारी है। अब तक कई लोग कुतो का शिकार हो चुके है। बता दें ये मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।इस दौरान एक वकील पट्टी बांधे अदालत पहुंचे तो चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने उनसे इसकी वजह पूछी। वकील ने बताया कि पांच आवारा कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर गहरी चिंता जताई।
चीफ जस्टिस ने वकील से कहा…….
आपको बता दें चीफ जस्टिस ने वकील से कहा कि यदि उन्हें किसी तरह की मेडिकल उपचार की जरूरत है तो बताएं। इस बारे में सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्री के अधिकारियों को समुचित निर्देश दिया जाएगा। वहीं, जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने भी कहा कि आवारा कुत्ते की समस्या काफी गंभीर है। इस बीच देश के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने गाजियाबाद में कुत्ता काटने के चलते एक बच्चे की मौत होने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कुत्ते के काटने से बच्चे में रैबीज संक्रमण हो गया था और बाद में उसकी मौत हो गई।
सामाजिक कार्यकर्ता लगातार निगम पर सवाल खड़े
तो वहीं, राजधानी में आवारा कुत्तों को पकड़ने के मामले में डॉग के लिए काम करने वाली संस्थाएं व सामाजिक कार्यकर्ता लगातार निगम पर सवाल खड़े कर रहे हैं। सोमवार को निगम प्रशासन ने बयान जारी करते हुए कहा कि लावारिस कुत्तों को नसबंदी करने, इंजेक्शन लगाने और निगरानी के लिए उठाए जाने के बाद, उनके निर्धारित स्थान पर वापिस छोड़ दिया जाता है।