नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया यानी एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DU) के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। शुक्रवार को दी गई जानकारी में एनएसयूआई ने बताया कि हितेश गुलिया उनकी ओर से दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ में अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ेंगे। एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की चारों पोस्ट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है। अध्यक्ष पद पर हितेश गुलिया, उपाध्यक्ष के लिए अभि दहिया, सचिव पर यक्ष्ना शर्मा और संयुक्त सचिव पर शुभम चौधरी चुनाव लड़ेंगे।
छंटनी के बाद उम्मीदवार अपना नाम भी वापस लेंगे
वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा अंतिम सूची शुक्रवार शाम तक जारी की जाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय में एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच सीधा मुकाबला है। इस बार विभिन्न छात्र संगठनों और निर्दलीय मिलाकर कुल 97 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं। अभी तक डूसू अध्यक्ष और संयुक्त सचिव के पद के लिए एक-एक उम्मीदवार का नामांकन रद्द कर दिया गया है। नामांकन पत्रों की छंटनी के बाद उम्मीदवार अपना नाम भी वापस लेंगे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि वह 3 बजे अपने अधिकृत उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी करेगी। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रसंघ चुनाव की तिथियों की घोषणा पहले ही कर दी है। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने 22 सितंबर को चुनाव की तिथि के रूप में घोषित किया है। इससे पहले विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव वर्ष 2019 में करवाए गए थे। कोरोना महामारी के कारण लंबे समय तक शिक्षण संस्थान बंद रहे।
दिल्ली विश्वविद्यालय में आचार संहिता भी लागू हो गई
अधिकतर क्लास ऑनलाइन माध्यमों से ही ली गई। यही कारण है कि वर्ष 2019 के उपरांत अब 2024 में छात्र संघ चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव तिथियों की अधिसूचना जारी होते ही दिल्ली विश्वविद्यालय में आचार संहिता भी लागू हो गई है। विश्वविद्यालय का कहना है कि छात्र संघ चुनाव में लिंगदोह कमेटी और सुप्रीम कोर्ट की सिफारिशों का पालन सुनिश्चित करवाया जाएगा।
वहीं, छात्रसंघ चुनावों की घोषणा होने के उपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्र संगठनों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनावों को लेकर सभी छात्र संगठन अपनी-अपनी चुनावी रणनीति बना रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक छात्र संघ चुनाव के लिए नामांकन दर्ज कराने के उपरांत नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। स्क्रूटनी में जिन उम्मीदवारों का नॉमिनेशन सही पाया जाएगा वह उम्मीदवार चुनाव लड़ सकेंगे। एनएसयूआई व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत विभिन्न छात्र संगठनों व छात्रों ने इसे बहुप्रतीक्षित फैसला बताया।