पिछले कुछ दिनों से दिल्ली एनसीआर में डेंगू के मामले तेजी से बढे हैं। जिसको देखते हुए दिल्ली सरकार ने एनसीआर में फॉगिंग करने के ऑर्डर दिए है। फॉगिंग से डेंगू के मरीजों की संख्या कम होने पर कुछ खास असर नहीं हुआ बल्कि दिल्ली एनसीआर की हवा पहले के मुकाबले अधिक प्रदूषित हो गयी है। डॉक्टर्स के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में पिछले 5 सालों में इस साल अक्टूबर में सबसे अधिक डेंगू के मामले सामने आये हैं।
दिल्ली एनसीआर में डेंगू के मामले इतने बढ़ गए हैं कि अस्पतालों के बेड़ भर गए हैं। बीजेपी ने इस मामले को लेकर दिल्ली सरकार से मुख्य कदम उठाने के लिए भी कहा है। लेकिन फॉगिंग करने से भी मामले कम नहीं हुए हैं। डेंगू को खत्म करने के लिए लोग बकरी का दूध और ब्लड ढूंढ रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक देश में साल 2023 में अबतक डेंगू के मामले 1 लाख 10 हजार हो गए हैं। बताया जा रहा है कि अबतक 100 से अधिक लोग डेंगू से अपनी जान भी खो चुके हैं। डेंगू के मरीजों की संख्या साल 2022 में 2 लाख 23 हजार थी।
उल्टी आना, शरीर में दर्द होना, आखों में दुखन होना, लगातार तेज बुखार रहना, सिर दर्द रहना, मांसपेशियों में जकड़न होना ये सभी डेंगू के मुख्य संकेत होते हैं। इसके अलावा यदि 3 या 4 दिन तक दवाई खाने के बाद भी बुखार को आराम नहीं लग रहा है तो बुखार की जांच कराएं।
डेंगू होने पर आराम करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा मरीज को डॉक्टर की सलाह से नारियल पानी, फल-सब्जियां, लिक्विड और बुखार की दवाई लेनी चाहिए। बहुत से लोग डेंगू में बकरी का दूध, पपीते के पत्तों का रस पीने की सलाह भी देते हैं लेकिन डॉक्टर ऐसी कोई सलाह नहीं देते हैं।