दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (DUSU Elections 2023) में अब महज कुछ ही घंटे बाकी बचे हैं। शुक्रवार 22 सितंबर की सुबह चुनाव हैं। इस बीच छात्र संगठनों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी स्टूडेंट्स से मताधिकार के उपयोग के लिए अपील की है। दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन, छात्र संघ चुनाव से जुड़ी आधिकारिक टीम, पुलिस व प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पुख्ता कर ली हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने छात्रों से आग्रह किया है कि छात्र जीवन में मताधिकार के प्रयोग का यह अवसर उन्हें अपने अधिकारों को समझने और एक अच्छे नागरिक के रूप में विकसित करने में सहायक है।
ABVP से छात्र संघ चुनाव में इस बार अध्यक्ष पद पर तुषार डेढ़ा, उपाध्यक्ष पद पर सुशांत धनकड़, सचिव पद पर अपराजिता तथा संयुक्त सचिव पद पर सचिन बैंसला चुनाव लड़ रहे हैं। डूसू चुनाव में ABVP के प्रत्याशियों ने छात्रों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए कैंपेन किया। वहीं, कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI की ओर से अध्यक्ष पद पर हितेश गुलिया, उपाध्यक्ष के लिए अभि दहिया, सचिव पर यक्ष्ना शर्मा और संयुक्त सचिव पर शुभम चौधरी चुनाव लड़ेंगे। NSUI का कहना है कि उन्होंने इन चुनाव के दौरान छात्र समस्याओं से जुड़े मुद्दों को सामने रखा है।
DUSU में सह-सचिव रहीं व ABVP दिल्ली की छात्रा प्रमुख शिवांगी खरवाल ने कहा कि देश में महिलाओं के नेतृत्व के लिए नई राहें खुल रही हैं। बीते वर्षों में ABVP के पैनल से ही DU में छात्राओं को नेतृत्व मिला है। उन्होंने कहा कि छात्राओं के मूलभूत मुद्दों जैसे गर्ल्स हॉस्टल, सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीन, महिला सुरक्षा तथा महिलाओं को बराबर नेतृत्व देने का कार्य अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद DUSU चुनाव जीतकर करेगी। ABVP के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स यूनियन चुनाव में NSUI ने रामजस कॉलेज, श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज, दयाल सिंह कॉलेज सहित अनेक जगहों पर जिस प्रकार से बड़े पैमाने पर हिंसा की है, वह डरावना है। ABVP, NSUI की गुंडागर्दी का विरोध DU छात्रों के साथ मिलकर करेगी।
NSUI ने भी चुनाव से ठीक पहले सभी छात्रों से अपील की है कि वह उनके उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करें। NSUI ने यह आरोप भी लगाया है कि उनको मिल रहे समर्थन से बौखला कर विपक्षी छात्र संगठन अनुशासनहीनता एवं गुंडागर्दी करके माहौल खराब कर रहे हैं। NSUI के दिल्ली प्रदेश के प्रभारी नितिश गौंड ने बताया की दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव में NSUI की तरफ से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं संयुक्त सचिव प्रत्याशियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इस सब के बावजूद पुलिस उल्टा NSUI के पदाधिकारी को गिरफ्तार करने का काम कर रही है।