दिल्ली

G20 Summit In Delhi: ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक ने सिंगापुर के साथ नए रणनीतिक समझौते पर हस्ताक्षर किए

राजधानी दिल्ली में आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने शनिवार को नए रणनीतिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए।ब्रिटेन और सिंगापुर के बीच रणनीतिक भागीदारी होने के बाद डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि दोनों देश ‘नयी और आधुनिक’ द्विपक्षीय निवेश संधि को जल्द अंतिम रूप देंगे।

Desk Team
राजधानी दिल्ली में आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने शनिवार को नए रणनीतिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए।ब्रिटेन और सिंगापुर के बीच रणनीतिक भागीदारी होने के बाद डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि दोनों देश 'नयी और आधुनिक' द्विपक्षीय निवेश संधि को जल्द अंतिम रूप देंगे।इस समझौते से सिंगापुर और ब्रिटेन की कंपनियां एक-दूसरे के यहां अधिक विश्वास के साथ निवेश कर सकेंगी। साथ ही इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में रोजगार के अवसर बढने और विकास की उम्मीद है।
नया समझौता प्राथमिकताओं को पूरा करने की राह में आगे ले जाएगा- सुनक
आपको बता दें दिल्ली में जारी बयान में सुनक ने कहा, ''सिंगापुर के साथ यह नया समझौता हमें अपनी प्राथमिकताओं को पूरा करने की राह में और भी आगे ले जाएगा। हम वैश्विक अर्थव्यवस्था के भविष्य की रूप रेखा पर कार्य कर रहे हैं। हम अपने निकटतम भागीदारों के साथ ऐसा कर रहे हैं।''उन्होंने कहा, '' प्रधानमंत्री के रूप में, मैंने ब्रिटेन के लोगों के हितों को अपनी अंतरराष्ट्रीय वार्ताओं के दौरान आगे और केंद्र में रखा है। मैं यह सुनिश्चित कर रहा हूं कि कूटनीति नतीजे दे। आप पहले ही देख चुके हैं कि ये समझौते अवैध आव्रजन को रोकेंगे, हमारी अर्थव्यवस्था को अधिक सुरक्षित बनाएंगे और हमारे अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ व्यापार बढ़ाएंगे।''
 यूरोपीय देश के साथ हस्ताक्षर किया जाने वाला पहला समझौता
दरअसल, डाउनिंग स्ट्रीट ने बताया कि सुनक के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से ब्रिटेन ने कई नए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय समझौते किए हैं। उसने बताया कि भारत के साथ मुक्त व्यापार संधि (एफटीए) पर 12 दौर की बातचीत हो चुकी है और कुछ मामलों पर सहमति बननी बाकी है।बयान में कहा गया, '' हम मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए)पर बातचीत कर रहे हैं, जिसमें भारत के साथ एक समझौता भी शामिल है, जो किसी भी यूरोपीय देश के साथ हस्ताक्षर किया जाने वाला पहला समझौता होगा।''