भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रमेश बिधूड़ी द्वारा आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने पर बवाल मचा हुआ है।इसी बीच प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के खिलाफ लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रमेश बिधूड़ी द्वारा आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने को शर्मनाक करार देते हुए शनिवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
मौलाना अरशद मदनी ने एक बयान में किया दावा
जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने एक बयान में यह दावा भी किया कि नफरत अब लोकतंत्र के मंदिर तक पहुंच चकी है।उन्होंने कहा, ''संसद में सत्तारूढ़ दल के एक सांसद द्वारा जिस प्रकार से एक मुस्लिम सांसद के लिए असंसदीय भाषा का उपयोग हुआ, वह देश के लोकतांत्रिक इतिहास में इस तरह की पहली शर्मनाक घटना है।''मदनी ने दावा किया, '' जो कुछ हुआ उसे देखकर कहा जा सकता है कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ यह नफरत की इंतहा है जो अब लोकतंत्र के मंदिर तक जा पहुंची है। आश्चर्य और दुखद बात तो यह है कि जब ऐसी भाषा बोली जा रही थी तो तो सत्तारूढ़ दल के किसी सांसद ने नहीं रोका।''
बिधूड़ी ने अली पर निशाना साधते हुए कहा…….
उन्होंने कहा कि यह 'हेट स्पीच' (नफरत भरे बोल) नहीं, बल्कि इससे कहीं ज्यादा है।
मदनी ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भाजपा सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।चंद्र मिशन 'चंद्रयान-3' की सफलता पर संसद के निचले सदन में चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने बृहस्पतिवार को अली पर निशाना साधते हुए कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं, जिनसे बड़ा विवाद पैदा हो गया है और विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।