जिस नगरी में बाबा महाकाल की नगरी है उसी नगरी से बीते दिनो एक एसी घटना सामने आई जिसने इंसानियत को शर्मासार कर दिया। जब यहां से एक बारह साल की बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आया तो पूरा देश इस सुनकर सन्न हो गया इस मामले में हद तो तब हो गई जब रेप की शिकार हुई मासूम सबसे मदद मांगती रही पर किसी ने उसकी काफी देर तक मदद नहीं की ।
उज्जैन में मासूम से रेप की पूरी कहानी
फिर कई घंटे बाद एक व्यक्ति ने मासूम की मदद की ओर पुलिस को इस मामले की जानकारी दी। जैसे ही पुलिस ने उस मासूम को देखा तो वो भी सन्न रह गई मासूम की हालात इतनी खराब थी की उसके बार्डी से काफी खून बह रह था आनन फानन में पुलिस ने मासूम को अस्पाताल पहुंचाया जहां मासूम का ईलाज चल रहा है । मासूम की हालत इतनी नाजुक है कि उसे खुन की जरुरत भी पड़ी थी तो पुलिस ने मासूम को खून देकर उसते जीवन को सुरक्षित किया।
पुलिस ने 1000 सीसीटीवी फुटेज से सुलाझाया केस
दूसरी तरफ पुलिस इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही थी करीब 72 घंटे तक पुलिस ने करीब 1000 सीसीटीवी फुटेज खंगाले इसके बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पांच लोग गिरफ्तार
पूरी घटना का मुख्य आरोपी आटो चालक बताया जा रहा है जिसने मौके का फायदा उठाकर मासूम के साथ रेप किया। हालांकि वो दरिंदा पुलिस की गिरफ्त में पुलिस ने उसके खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
मासूम के साथ क्या हुआ था उस दिन
मासूम के साथ जिस दिन रेप हुए उस दिन के बारे में बात करे तो मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़िता वडनगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के समीप मिली थी। उसके कपड़े खून से सने हुए थे। बच्ची करीब आठ किमी तक पैदल चली। उसने कई लोगों से मदद की गुहार लगाई, किसी ने उसकी मदद नहीं की। दांडी आश्रम पर रहने वाले राहुल शर्मा ने पीड़िता से बात की और पुलिस को मामले की जानकारी दी।
पुलिस ने बच्ची को दिया था खून
इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जाता है कि बच्ची सतना जिले की रहने वाली है। वह 23 सितंबर को घर से स्कूल के लिए निकली थी। उसके बाद से लापता हो गई थी । इसके बाद जिले के जैतवारा पुलिस स्टेशन में 25 सितंबर को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।
एसपी सचिन शर्मा ने क्या कहा
वहीं एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि नाबालिग लड़की सोमवार (25 सितंबर) तड़के साढ़े तीन बजे बस से उज्जैन आई थी। अभी तक की जो जांच हुई है, उससे पता चला है कि वह अकेले ही आई थी। उसके साथ में कोई नहीं था। हालांकि अभी मामले की जांच चल रही है। इस मामलो को पुलिस ने सुलझातो हुए पांच ऑटोचालकों को हिरासत में लिया है। उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि यह बच्ची पांचों ऑटोचालकों के संपर्क में आई थी। वहीं आरोपी के पिता का कहना है कि उसके बेटे ने जो किया उसके बाद उसको जिने का अधिकार नहीं है। इन सबके बीच मासूम को इलाज इंदौर के अस्पताल में चल रहा है।