बहुत जल्द ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है इसलिए राजनीतिक पार्टीयां चुनाव की तैयारियां में जुट चुकी है। इन पांच राज्यों में से सबसे ज्यादा इन दिनो राजस्थान और एमपी की चर्चा हो रही है क्योंकी राजस्थान में कई महीनों से सीएम फेस को लेकर कहा जा रहा है कि वसुंधरा राजे को बीजेपी इस बार अहमियत नहीं दे रही है जिसके बाद से ही वसुंधरा राजे बीजेपी से नाखुश नजर आ रही है।
शाह ने मीटिंग करके मतभेद दूर किए
हाल ही में हुई शाह की बैठक के बाद वसुंधरा राजे हसते हुए बाहर निकली तो माना जाने लगा की बीजेपी वसुंधरा राजे पर फिर से भरोसा जता सकती है।
इस साल राजस्थान में होने है चुनाव
आपको बता दें राजस्थान में इस साल 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने है। इसको लेकर पूरे राजस्थान में राजनीतिक सरगर्मी अपने उफान पर है। राजस्थान में बीजेपी की कांग्रेस से सीधे तौर पर टक्कर है इसलिए माना जा रहा है कि बीजेपी जाने माने नेताओं को ही चुनावी मैदान में उतारेगी। जिस तरह से सात सांसदो को एम पी विधानसभा चुनाव में उतारा गया है ठीक वैसे ही राजस्थान में भी बीजेपी ये नया फार्मूला अपना सकती है।
बीजेपी ने राजस्थान के चुनाव पर की मीटिंग
इसलिए बीजेपी ने वसुंधरा राजे के साथ चल रहे मतभेद को खत्म करने के लिए 27 सितंबर को अमित शाह ने बैठक की जिसमें चुनाव को लेकर कई सारी बाते हुई और जब इस मीटिंग से वसुंधरा बाहर आई तो उन्होंने कहा की मीटिंग अच्छी रही।
बीजेपी कोर ग्रुप मैं कौन कौन
बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक शुरू होने के बाद जब बैठक की तस्वीरें सामने आई तो लोगों की निगाह सिर्फ वसुंधरा के हाव-भाव पर थीं। लोग उनकी बॉडी लैंग्वेंज को देखना और समझना चाह रहे थे। वीडियो में दिख रहा है कि वसुंधरा के एक तरफ गजेंद्र सिंह शेखावत बैठे हैं और दूसरी तरफ राज्यवर्धन राठौड़. ये सिटिंग अरेजमेंट तब तक का है जब तक अमित शाह और जेपी नड्डा मीटिंग के लिए पहुंचे नहीं थे। जैसे ही दोनों नेता मीटिंग के लिए पहुंचे सिटिंग अरजमेंट बदल गया। शाम करीब साढ़े सात बजे शुरू हुई यह बैठक रात दो बजे तक चलती रही कोर ग्रुप की बैठक में अमित शाह और जेपी नड्डा समेत राज्य और केंद्र सरकार के करीब 17-18 लोग मौजूद थे।
वसुंधरा राजे फिर से हो सकती है CM चेहरा
इन सबके बीच एसा माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे फिर से सीएम चेहरा हो सकती है आपको बता दे राजस्थान में बीजेीपी के लिए वसुंधरा राजे बेहद अहम है। राजस्थान की राजनीति में वसुंधरा बीजेपी की सबसे बड़ी नेता हैं। प्रदेश में अब भी बड़ी नेता के तौर पर जाना जाता है समर्थकों के बीच उनकी लोकप्रियता बनी हुई है और माना जा रहा है कि इसी लोकप्रियता की बदौलत उन्होंने चुनावी रेस में वापसी की है।
वसुंधरा राजे बीजेपी के लिए जरुरी
वसुंधरा राजे को लेकर संघ का कहना है कि बिना क्षेत्रीय को आगे रखे सिर्फ प्रधानमंत्री के नाम पर विधानसभा का चुनाव नहीं जीता जा सकता। कर्नाटक की हार के बाद संघ के मुखपत्र में ये बातें कही गईं थीं। इन सभी बातों से तो आप समझ ही गए होगे की आखिर वसुंधरा राजे बीजेपी के लिए क्यों जरुरी है। साथ ही बीजेपी राजस्थान को लेकर बड़ी तैयारी कर रही है एमपी की तरह यहां भी कई केंद्रीय मंत्री चुनाव लड़ सकते है बीजेपी हर हाल में इस बार चुनाव जीतना चाहती है।