श्री श्री राधा माधव मंदिर इस्कॉन रोहिणी द्वारा इस्कॉन के संस्थापक प्रभु पादजी के सानिध्य में रविवार को गौर निताई जी की भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया। इस शोभा यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त उत्साहपूर्वक शामिल हुए। सांवरिया टेंट जापानी पार्क से रथयात्रा शुरु होकर डीसी चौक, अंबिका अपार्टमेंट, अग्रसेन धर्मशाला, प्रशांत विहार, फायर ब्रिगेड, साईं बाबा चौक, एम2के, अयोध्या चौक, अंबेडकर अस्पताल के सामने से निकलते हुए सांवरिया टेंट पर ही समाप्त हुई। मंदिर प्रबंधन और सेवादारों ने इस उत्सव के सफल आयोजन के लिए भक्तिभाव के साथ अपनी सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान की तो वहीं श्रद्धालु भक्त भी इसमें पीछे नहीं रहे। उन्होंने उत्साहपूर्वक भगवान का स्वागत कर उन्हें छप्पन भोग अर्पित किए। कीर्तन व नृत्य के संगीतमय वातावरण में भक्तों ने भगवान को रथ पर आसीन किया।
रथ पर आरूढ़ भगवान ने रोहिणी के विभिन्न क्षेत्रों से गुजरते हुए सभी को अपनी सुंदर छवि का दर्शन लाभ प्रदान किया। रथ यात्रा के मार्ग में भक्तों ने भक्ति भाव के साथ भगवान की आरती की और भोग लगाकर उनका स्वागत किया। इस भव्य समारोह में विश्व हिन्दू परिषद के दिल्ली प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना, राधा माधव मंदिर इस्कॉन रोहिणी के अध्यक्ष केशव मुरारी व क्षेत्र के विभिन्न गणमान्य भक्तों ने भाग लिया।
इस दौरान विहिप के दिल्ली प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना ने कहा कि इस आनंद को देखकर अयोध्या का आनंद ध्यान आ रहा है। इस वर्ष यह आनंद और बढ़ेगा क्योंकि रामलला अपने घर आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या से शुरु होकर यह यात्रा जल्द मथुरा-वृंदावन पहुंचेगी और हम वहीं मिलेंगे। हम प्रफुल्लित होकर कृष्ण मंदिर बनाएंगे,यह संकल्प लेना है। वहीं पंजाब केसरी की निदेशक व वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन किरण चोपड़ा ने कहा कि गौर निताई की भव्य शोभा यात्रा के इस कार्यक्रम में शामिल होने मेरे लिए सौभाग्य की बात है। इसके लिए मैं सभी को बधाई देती हूं।
उन्होंने कहा कि लालकिले पर आयोजित रथयात्रा में भी मैने सोने की झाडू लगाई थी। राधा माधव इस्कॉन मंदिर रोहिणी के अध्यक्ष केशव मुरारी ने कहा कि यह पल हम सभी के लिए भक्ति भावना से ओतप्रोत करने वाला है। इस्कॉन रोहिणी मंदिर की कीर्तन मंडली ने मृदंग और मंजीरे की धुन पर हरे कृष्ण महामंत्र संकीर्तन करते हुए रथ यात्रा मार्ग को प्रशस्त किया। समापन स्थान पर इस्कॉन गुरुकुल रोहिणी के छात्रों और भक्तों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर इस्कॉन के संस्थापक प्रभु पादजी, मुख्य पुजारी उपेन्द्र वामन सहित आचार्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज जी ने सभी का उत्साह बढ़ाया और आशीर्वाद दिया। मंदिर प्रबंधन द्वारा सभी के लिए आरंभ और समापन स्थान पर प्रसादम की व्यवस्था की गई थी।