संपादकीय

नववर्ष अभिनंदन

Aditya Chopra

आसमान में छाया कोहरा भी वही है
सूर्य की किरणें भी वही है
सुनहरी धूप भी वही है,
2023 की गुजर गई आखिरी रात
2024 की नई सुबह है,
मन में उमंग और तरंग कुछ नया है
आंखों में उमंग और तरंग कुछ नया है,
आंखों में सपनों का आसमां है
खुशियों का दामन थामे हुए
नववर्ष का हर पल अपना है।
पुराने वर्ष को अ​लविदा कह हम नववर्ष का स्वागत कर रहे हैं। आज के दिन हमें अतीत को भूल जाना चाहिए। बीते वर्ष क्या, कब, किस समय हुआ हमें याद करने की जरूरत नहीं है। नया वर्ष नए संकल्पों, अरमानों को पूरा करने का है। चुनौतियां हर वर्ष आती हैं। इस वर्ष भी आएंगी। देखना यह है कि हम चुनौतियों से किस तरह से निपटेंगे। नववर्ष में अप्रैल-मई के बीच लोकसभा चुनाव होंगे जिसके लिए माहौल अभी से तैयार होने लगा है। सवाल सबके सामने है कि नरेन्द्र मोदी के विजय रथ को रोकने वाला कोई है। इस प्रश्न का उत्तर देश का जनादेश देगा। सियासत की बातों को छोड़ इस बात पर चर्चा करनी जरूरी है कि इस वर्ष देश की अर्थव्यवस्था कैसी रहेगी।
पिछले वर्ष हमने कई उतार-चढ़ाव देखे। रूस-यूक्रेन युद्ध, इजराइल-हमास युद्ध और विश्वस्तरीय उठा-पटक के बावजूद कोई बड़ा आर्थिक हादसा नहीं हुआ। तमाम उतार-चढ़ावों के बावजूद विकास गाथा भारत के नाम रही जिसकी जीडीपी अनुमान से अधिक रही। वर्ष 23-24 में सात प्रतिशत के जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को वैश्विक विकास से भी पंख लगे हैं। सरकार समर्थित निवेश में बढ़ौतरी हुई है। ​रियल एस्टेट और मैन्युफैक्चरिंग सैक्टर का भी पुनरुद्धार हुआ है। उम्मीद की जाती है कि मजबूत उपभोक्ता मांग के कारण भारत इस वर्ष भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा। रेलवे, विमानन निर्माण, आ​ि​तथ्य और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में निवेश में बढ़ौतरी होगी। भारत की वृहद तस्वीर 7 फीसदी की समग्र अर्थव्यवस्था काफी ठोस दिखती है। अर्थव्यवस्था से जुड़े सभी संकेतिक बेहतरी के संकेत ही दे रहे हैं। अर्थशा​स्त्रियों की राय है कि भारत में विदेशी निवेश काफी बढ़ेगा जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। पिछले ​वर्ष चंन्द्रमा पर चन्द्रयान-3 की लैंडिंग से हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया था। इस वर्ष भी इसरो कई मिशन लांच करेगा जिसमें गगन यान मिशन के तहत देश का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, मंगलयान-2 शुक्रयान-1 शामिल है। मंगलयान मिशन के तहत मंगल ग्रह की जानकारी जुटाई जाएगी। वहीं शुक्र ग्रह पर रिसर्च के लिए शुक्रयान-1 की लांचिंग की जाएगी। इसरो का साल 2024 का एक बहुत बड़ा अभियान नासा के सहयोग के साथ होने वाला "नासा इसरो सिंथेटिक अपर्चर राडार" यानि निसार अभियान है।
यह सैटेलाइट जनवरी 2024 में प्रक्षेपित किया जाएगा जो रिमोट सेंसिंग के जरिए पृथ्वी की प्राकृतिक प्रक्रियाओं का अवलोकन करेगा। करीब 1.5 अरब डॉलर के इस अभियान के जरिए भूकंप, भूस्खलन, सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी भी हासिल की जा सकेगी। इसरो साल 2024 में पल्सर, ब्लैक होल, एक्स-रे द्विजों, एक्टिव गैलेक्टिक न्यूक्लियाई और सुपरनोवा अवशेषों का अध्ययन करेगा। इसके लिए ​एक्स-रे पोलरोमीटर सैटेलाइट या एक्सपोसैट अभियान भेजा जाएगा।
नया साल भारतीयों के लिए एकदम फुल पैक रहने वाला है। 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही देश में आध्यात्मिक क्रांति की शुरूआत होगी। आज पूरे विश्व में आतंकवाद अपने पांव पसार रहा है। विकसित देशों में भौतिकवादी विकास से संबंधित मॉडल के दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। ऐसे में पूरा विश्व आज भारत की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहा है। ऐसे माहौल में केवल भारतीय सनातन संस्कृति ही विश्व को आतंकवाद से मुक्ति दिलाने में सहायक होगी एवं भारतीय आध्यात्मवाद ही सामाजिक और मानसिक समस्याओं से मुक्त होने का संदेश देगा। श्रीराम मंदिर विश्व भर के सनातनियों के लिए एक राष्ट्र मंदिर के समान होगा। यह मंदिर हर भारतीय को सनातन संस्कृति की पहचान कराएगा। इसके अलावा क्रिकेट प्रेमियों के लिए टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन होने वाला है। जापान की राजधानी टोकियो में ओलंपिक खेल होंगे और उज्बेकिस्तान में फुटबाल वर्ल्ड कप का आयोजन होगा। कुल मिलाकर भारत एक बड़ी ताकत के रूप में उभरेगा और विश्व की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनने की ओर अग्रसर होगा। नववर्ष पर वही कामना करते हैं।
न कोई रंज का लम्हा ​किसी के पास आए ,
खुदा करे नया साल सब को रास आए।
पंजाब केसरी के पाठकों को नववर्ष की शुभकामनाएं।