20 और 21 सितम्बर को हम सबने एक नया इतिहास बनते देखा है। हम सबका सौभाग्य है कि यह अवसर हमें देखने काे मिला। आने वाली हर पीढ़ी तक इस दिवस की और इस निर्णय की चर्चा हीगी। आज हर नारी का आत्मविश्वास असामान छू रहा है। पूरे देश की माताएं, बहनें, बेटियां खुशी मना रही हैं। नारी शक्ति अधिनियम को स्वीकृति से महिलाएं आसमान को छू रही हैं। यह वाकई नारी आत्मसम्मान है।
इसका सारा श्रेय मोदी जी और उनकी बहुमत सरकार को जाता है। मुझे जानकर और भी खुशी हुई िक भाजपा कार्यालय में मोदी जी ने महिलाओं का न केवल धन्यवाद किया, बल्कि महिला कार्यकर्ताओं के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, साथ में यह भी कहा यह केवल मोदी की वजह से सम्भव नहीं हुआ है, बल्कि देश के मतदाताओं खासकर माताओं-बहनों ने अपना वोट देकर पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार बनाने का काम किया और इसी ताकत की वजह से लगभग 30 सालों से लम्बित बिल संसद में पारित हो सका। वाकई इसके लिए सबसे पहले माेदी जी को मुबारकवाद व धन्यवाद। फिर सभी राजनीतिक दलों का धन्यवाद, जिन्होंने इसके समर्थन में वोट दिया। राज्यसभा में भी सर्वसम्मति से पारित हुआ।
यह कहना गलत नहीं होगा जबसे मोदी जी आए हैं उन्होंने आगे बढ़कर महिलाओं के लिए ही सोचा और करके भी दिखाया। मुझे वो दिन कभी नहीं भुलता जब अश्विनी जी करनाल से चुनाव लड़े थे और पहले दिन मैं जब महिलाओं के साथ मोहद्दीनपुर गांव पहुंची तो महिलाओं की दुर्दशा देखी, उनका दुख देखा कैसे वो शौचालयों के बिना जीवन काट रही थीं और रो-रोकर अपनी व्यथा सुना रही थीं। उनको खुले में शौच जाना पड़ता था और फिर दुबारा अगर जाना हो तो रात तक इंतजार करना पड़ता था। सुबह अंधेरे में उनके साथ कोई भी घटना घटने का डर बना रहता था।
जैसे ही मोदी सरकार आई 12 करोड़ घरों में शौचालय बनवाए गए ताकि महिलाओं काे खुुले में शौच न जाना पड़े और उनके साथ कोई अनहोनी न हो। पीएम मोदी ने सिर्फ बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा ही नहीं दिया बल्कि महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाएं लागू की हैं। फ्री गैस सिलैंडर देना, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर देना, जन-धन योजना के 50 करोड़ लोगों का बैंकों में खाता खुलवाना। नौकरीपेशा महिलाओं के लिए मैटरनिटी लीव की 12 से 24 सप्ताह कर दिया गया। 3.18 करोड़ सुकन्या समृद्धि योजना खाते खुलवाए गए। उनकी सेहत के लिए एक रुपए की दर से 27 करोड़ सैनटरी पैड उपलब्ध कराए गए। यही नहीं घरेलू महिलाओं के लिए फ्री सिलाई मशीन जैसी योजना शुरू की गई ताकि घरेलू महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो सकें।
यही नहीं जो सबसे बड़ी बात मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से छुटकारा दिलाया गया, क्योंकि मैं आम महिलाओं के साथ काम करती हूं, उनका दर्द जानती हूं। यह मुस्लिम बहनों के लिए कितना बड़ा दर्द था। मैं उनके मुख से सुन चुकी हूं। आज चाहे वो खुलकर सामने आकर नहीं बोलतीं पर मन ही मन मोदो जी को आशीर्वाद और दुआएं देती हैं। आज यह कहना गलत नहीं होगा कि आज की नारी आत्मविश्वास से जीना सीख रही है।
चूल्हे चौकी से सजी रसोई से लेकर किसी फाइवस्टार तक, पनघट से लेकर देश की संसद तक, जमीन से लेकर आसमान तक, साइकिल, बैट्ररी रिक्शा से लेकर मैट्रो ट्रेन और टैंक तथा लड़ाकू विमान तक चलाने में भारत की महिलाएं अपना योगदान और अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी हैं। जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं का योगदान पुरुषों के बराबर है। राजनीति में महिलाओं ने ज्यादा लोकप्रियता हासिल की है और कामकाज के मामले में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। ऐसे में मोदी सरकार द्वारा नारी शक्ति वंदन विधेयक अर्थात महिला आरक्षण बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास कराना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। मेरा व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि जिस नारी को अबला कहा जाता रहा हो उसे सबला बनाना यानी कि देश की राजनीति में, देश के लोकतंत्र में नारी को पुरुषों के बराबर दर्जा दिये जाने की एक पहल जिस मजबूत इरादे के साथ मोदी सरकार ने शुरू की है इसका स्वागत किया जाना चाहिए।
इतना सब कुछ होने के बावजूद मैं मोदी जी की बहुमत सरकार से एक प्रार्थना करूंगी कि एक कानून ऐसा बना दीजिए जो बच्चियों और महिलाओं का रेप करे, उनकी हत्या करे उनको फांसी की सजा या कड़ी से कड़ी सजा एक महीने के अन्दर-अन्दर होनी चाहिए। बस अब और नहीं सुना जाता कि 8 महीने की बच्ची या 80 साल की महिला से बलात्कार या किसी लड़की का शोषण किया और फिर उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए और फिर कोर्ट में तारीख पर तारीख। ऐसे व्यक्तियों को एक महीने में सजा होनी चाहिए ताकि विश्व में कोई ऐसे जुर्म के बारे में सोचते उसकी रुह कांप जाए। यह काम सिर्फ आप ही कर सकते हो, देश की बेटियां सुरक्षित होनी जरूरी हैं।