Alcohol: जब बात पुरुषों और महिलाओं के बीच इक्वलिटी की आती है तो दोनों को समान माना जाता है, लेकिन हाल ही में आई 'नेशनल सेंटर ऑफ डिजिज कंट्रोल' की रिपोर्ट के अनुसार शराब पीने वाले पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर इसका ज्यादा गलत प्रभाव पड़ता है। शराब पीने को आजकल स्त्री हो पुरुष बहुत कूल और एक फैशन सिंबल मानते हैं, लेकिन शराब पुरुष और विशेष रूप से महिलाओं के लिए बहुत हानिकारक होती है। आजकल के बदलते दौर की बात करें तो महिलाएं पुरूषों से हर फील्ड में आगे निकल रही हैं और अब शराब पीने में भी महिलाएं पुरुषों को मात दे रही हैं जी हाँ, महिलाएं भी अब उतनी ही शराब पी रही हैं जितने पुरुष, लेकिन शराब पीना पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को नुकसान देता है।
हाल ही में 'हार्वर्ड हेल्थ' में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के शरीर में पुरुषों के शरीर की तुलना में बहुत कम पानी होता है और फैट ज्यादा मात्रा में होता है। पानी अल्कोहल को पतला कर देता है और फैट अल्कोहल को ब्लड में तेजी से घोलता है, इसलिए महिलाओं के शरीर में अल्कोहल ज्यादा हो जाती है जो उनके लिए कई बीमारियां उत्पन्न करती है। इसके अलावा, महिलाओं में अल्कोहल डिहाइड्रोजनेज कम होता है, यानिकि महिलाओं के शरीर में अल्कोहल बहुत लंबे समय तक रहती है उन्हें उसे पचाने में काफी परेशानी होती है। कितनी भी कम मात्रा में महिलाओं के ब्लड में अल्कोहल का स्तर एक आदमी की तुलना में अधिक होगा, यहां तक कि शरीर के वजन में अंतर को ध्यान में रखते हुए भी। परिणामस्वरूप, एक महिला के लिए एक पैक लगभग एक पुरुष के लिए दो पैक के बराबर नुकसान करेगा।
देश हो या दुनिया शराब की बात आते ही पुरुषों को इसमें आगे समझा जाता है, लेकिन मिले कुछ आकड़ों के मुताबिक अब यह बात बहुत पुरानी हो चुकी है, दरअसल इस रेस में अब महिलाएं पुरुषों को पछाड़ती नज़र आ रही हैं, साल 1991 से 2000 के बीच में जन्मी महिलाओं पर हुए एक सर्वे के मुताबिक महिलाएं अब शराब पीने में पुरुषों के बराबर या यूँ कहें की उनसे भी आगे निकल चुकी हैं। साथ ही साथ महिलाओं में शराब से होने वाली बीमारियां भी उतनी ही तेजी से बढ़ रही हैं। अमरीकी सरकारी आंकड़ों के अनुसार साल 2000 से 2015 के बीच में 45 से 64 साल की उम्र की 57% महिलाओं की मौत का कारण सिरोसिस रहा वहीं 21% पुरुषों की मौत का कारण भी सिरोसिस रहा। यदि बात करें 25 से 44 साल की उम्र की महिलाओं के बारे में तो 18% मौत के मामले इस उम्र की महिलाओं में सिरोसिस के कारण देखे गए और इस ऐज के पुरुषों में सिरोसिस से मौत के केसेस में 10% की कमी देखी गई। कुछ आकड़ें बताते हैं कि, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के शराब ओवरडोज़ के मामले हॉस्पिटल्स में ज्यादा देखने को मिलते हैं। शराब पीने के कारण महिलाओं में कई तरह के रोग होने का खतरा रहता है हम आगे जानेंगे कि शराब पीने से किस तरह की बीमारियां हो सकती हैं? आइए जानें।
चाहे महिला हो या पुरुष शराब के सेवन से दोनों का ही लीवर खराब होने का खतरा रहता है बस इसमें फर्क इतना होगा कि महिलाओं का लीवर ज्यादा सेंसिटिव होने से उसपर तेजी से हानिकारक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा पीरियड्स के दौरान होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव को भी ज्यादा शराब प्रभावित कर सकती है। शराब से पीरियड्स में महिलाओं में चिड़चिड़ापन ज्यादा हो सकता है और दर्द की समस्या बनी रह सकती है। अपने लीवर और मासिक चक्र को सुरक्षित रखने के लिए महिलाओं को शराब के सेवन से बचना चाहिए साथ ही पुरुषों की हेल्थ भी शराब खराब करती है उन्हें भी इससे बचना चाहिए।
शराब के सेवन से महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है। इस बात की पुष्टि करते हुए Breastcancer.org के अनुसार शराब पीने से महिलओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने के लिए महिलाओं का इस बारे में जागरूक होना जरुरी है जिससे वे खुद को इस खतरनाक और जानलेवा बीमारी से बचा सकें।
ज्यादा शराब पीने से पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में मेन्टल स्ट्रेस ज्यादा बढ़ता है। इसके सेवन से महिलाओं में चिंता और डिप्रेशन होने का खतरा रहता है। शराब न सिर्फ मेन्टल हेल्थ बल्कि सम्पूर्ण शारारिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रहती है इसलिए इसे हमेशा के लिए गुड बाय कहें और अपने स्वास्थ्य को कई तरह की बिमारियों से बचाएं।
शराब पीने से स्त्री और पुरुष दोनों को ही हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है लेकिन इसमें महिलाएं पुरुषों से आगे हैं, यानिकि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को हार्ट अटैक आने का ज्यादा खतरा रहता है। शराब के साथ ही बीड़ी, सिगरेट और अन्य नशा करने वाली हानिकारक चीजें हार्ट अटैक के खतरे को बढाती हैं, इसलिए इन सभी नशीली चीजों के सेवन से बच की सलाह दी जाती है।
प्रेग्नेंसी में ज्यादा शराब पीने से बच्चे को Fetal alcohol spectrum disorders (FASD) हो सकता है इसके अलावा डॉक्टर्स का मानना है कि ज्यादा शराब से मिसकैरेज, स्टिल बॉर्न बेबी और कई बच्चे को जन्म से ही कई ऐसी बीमारियां भी लग सकती हैं जिनका कोई इलाज अभी तक नहीं है। इसके अलावा पीरियड्स में शराब पीने से पीरियड ब्लड थिनिंग या फिर एक्स्ट्रा ब्लीडिंग होने का खतरा रहता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए शराब से बचाव बहुत जरुरी माना जा रहा है, शराब को एक तरह का जहर माना गया है जो व्यक्ति को धीरे धीरे खत्म करने लगता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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